11 सितम्बर 2012
नई दिल्ली| दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र सूरज शर्मा ने ऑस्कर विजेता निर्देशक एंग ली की रोमांचक फिल्म 'लाइफ ऑफ पाई' में अभिनय के लिए कड़ा प्रशिक्षण लिया। उन्होंने घंटों तक तैराकी की और अपने शरीर व उच्चारण पर काम किया। यहां तक कि उन्होंने फिल्म के किरदार के लिए खुद को तैयार करने को अपने ऊपर चूहे भी दौड़ाए।
उन्नीस वर्षीय सूरज सेंट स्टीफंस कॉलेज में दर्शनशास्त्र के द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। वह यान मार्टल की बुकर पुरस्कार विजेता किताब पर आधारित फिल्म में अभिनय कर रहे हैं।
सूरज ने कहा, "मैंने बहुत सा प्रशिक्षण लिया। एंग ली के साथ अभिनय का प्रशिक्षण लिया गया। वह मुझे उनके साथ पढ़ने के लिए कुछ पटकथाएं देते थे। मैं उस काल के सम्बंध में ज्यादा नहीं जानता था इसलिए मैंने 60 व 70 के दशक की फिल्में देखीं। मैंने बहुत सी किताबें पढ़ीं और उच्चारण प्रशिक्षण भी लिया।"
उन्होंने कहा, "मुझे तैराकी भी सीखनी पड़ी। मैं चार-पांच घंटे तक, तब तक तैरता था, जब तक कि पानी के साथ सहज महसूस न करने लगूं। मुझे काफी व्यायाम भी करना पड़ा। मुझे पहले अपना वजन बढ़ाना था और फिर शूटिंग के साथ-साथ वजन कम भी करना था। मैंने चूहों के साथ प्रशिक्षण लिया और उन्हें अपने ऊपर दौड़ाया। यह बहुत मजेदार था। मैंने हर चीज में मजा लिया।"
जब ली ने सूरज को अपनी फिल्म में लिया था, तब वह मात्र 16 साल के थे। तीन साल बाद यह फिल्म पूरी हो गई। सूरज कहते हैं कि उनके लिए इस फिल्म का हिस्सा होना जीवन बदल देने वाला एक अनुभव था।
उन्होंने कहा, "इस फिल्म ने मुझे वास्तव में काफी बदल दिया और मैं पूरी दुनिया को कई तरह से समझने लगा।"
सूरज ने कहा, "लोगों ने कहा कि इस फिल्म से मेरा व्यक्तित्व बड़ा हुआ है। जब मैं फिल्म में लिया गया, तब सिर्फ 16 साल का था। अब मैं कभी-कभी खुद को 40 साल का अनुभव करता हूं और दुनिया के बारे में मेरा दृष्टिकोण एकदम बदल गया है।"
'लाइफ ऑफ पाई' की शूटिंग पूरी हो गई है और जल्दी ही बड़े पर्दे पर इसका प्रदर्शन होगा।