13 सितम्बर 2012
गुवाहाटी। असम के प्रख्यात गायक दिवंगत भूपेन हजारिका की आवाज शुक्रवार को प्रदर्शित हो रही फिल्म 'आखों नेदेखा नोदिर सीपरे' से बड़े पर्दे पर सुनाई देगी। दुनियाभर में उनके लाखों प्रशंसक इस फिल्म के अंग्रेजी संस्करण 'एज रिवर फ्लोज' के जरिए उनकी आवाज सुन पाएंगे। इस फिल्म का हिंदी संस्करण भी जल्द ही प्रदर्शित होगा जिसका शीर्षक यही रहेगा।
राष्ट्रीय फिल्म विकास प्राधिकरण (एनएफडीसी) की इस फिल्म का निर्देशन मुम्बई में रहने वाले असमिया निर्देशक बिद्युत कोटोकी ने किया है। इस फिल्म में हजारिका ने एक कविता का पाठ किया है।
इस फिल्म पर लम्बे समय से काम कर रहे बिद्युत ने फरवरी 2010 में हजारिका की आवाज रिकार्ड की थी।
बिद्युत ने कहा, " इस कविता में संगीत सम्राट की आवाज के जरिए ब्रह्मपुत्र नदी की आवाज का जिक्र किया गया है। दिवगंत हजारिका इस महान नदी के प्रति उनके जुनून के लिए जाने जाते थे और उन्हें 'ब्रह्मपुत्र का कवि' कहा जाता है। इसलिए जब मुझे फिल्म में इस नदी की आवाज को प्रस्तुत करने के लिए किसी की जरूरत महसूस हुई, मैंने फौरन हजारिका से सम्पर्क करने का फैसला किया।"
बिद्युत ने हजारिका के प्रति आभार जताते हुए कहा कि जब उन्होंने हजारिका से सम्पर्क किया था तो वह बीमार थे। हालांकि, बाद में वह इसके लिए मान गए और फरवरी 2010 में उनकी आवाज को रिकार्ड किया गया।