28 सितम्बर 2012
मुम्बई। फिल्म निर्देशक अनुराग बासु का कहना है कि भारत की तरफ से आधिकारिक प्रविष्टी के रूप से ऑस्कर भेजी जा रही 'बर्फी' का अमेरिका में प्रचार करने के लिए वह अभिनेता आमिर खान की मदद लेने कोशिश करेंगे।
ऑस्कर के लिए बनाए जाने वाली रणनीति का फैसला यूटीवी पर छोड़ देने वाले अनुराग ने कहा, "वे इस मामले में ज्यादा परिपक्व हैं। यह मेरी पहली फिल्म है जो ऑस्कर के लिए जा रही है और इसलिए मैं वहां जाने को लेकर कुछ नहीं जानता।"
आमिर की फिल्म 'लगान' विदेशी भाषा की फिल्म की श्रेणी में 'ऑस्कर' भेजी गई थी और अनुराग ने कहा, "आमिर को इस बात का अनुभव है कि कैसे एक भारतीय फिल्म को 'ऑस्कर' में स्थान दिलाया जा सकता है। हमें खुशी होगी कि वह हमारा नेतृत्व करेंगे। इस वक्त हमें आस्कर की रणनीति पर विचार करना है। अभी लास एंजलिस दूर है।"
अनुराग 'बर्फी' का अगला संस्करण नहीं बनाना चाहते लेकिन उनका कहना है कि अगर कोई निर्माता इसे बनाना चाहता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
फिलहाल 'ऑस्कर' पर ध्यान दे रहे अनुराग ने कहा, "ऑस्कर में नामांकन हमारे लिए पुरस्कार की तरह है। जिस दिन से यह घोषिणा हुई है उस दिन से मैंने अपनी दूसरी फिल्म की पटकथा लिखनी छोड़ दी। "
'बर्फी' 'ऑस्कर' के अलावा 'पुसान', 'माराकेश' और 'ताइपे' फिल्म महोत्सव के लिए चुनी गई है। इस फिल्म को मिल रही ख्याति से खुश अनुराग ने कहा, "बर्फी को मिली चर्चा ने मुझे अचम्भित कर दिया। मैंने इसके इतना चर्चित होने की उम्मीद नहीं की थी। मैं हमेशा राजकुमार हीरानी को प्रेरणादायी फिल्म बनाते देखता था जिसे दर्शक गर्मजोशी से अपनाते थे। अब 'बर्फी' भी ऐसी ही करती लग रही है।"