4 अक्टूबर 2012
नई दिल्ली। 'चांदनी बार', 'पेज 3' और 'फैशन' जैसी फिल्मों से कई उद्योगों के नकारात्मक पक्ष को दिखाने वाले मधुर भंडारकर का कहना है कि उनकी फिल्में आलोचनात्मक नहीं हैं और वे उन्हें लेकर बिल्कुल बेफिक्र हैं। मधुर (44 वर्ष) ने 'ओए 104.8 एफएम' रेडियो स्टेशन पर कहा, " 'चांदनी बार' के प्रदर्शित होने के बाद बार मालिक खिलाफ हो गए। लोग मुझसे ट्रैफिक सिग्नल पर मिलते और कहते कि मैं उनके बारे में जो दिखा रहा हूं, वह बहुत ज्यादा है। कॉरपोरेट दुनिया मुझे सूली पर चढ़ाना चाहती थी और यही सब कुछ 'फैशन' और 'पेज 3' के समय हुआ। मेरी फिल्में आलोचनात्मक नहीं होती, सच्चाई यह है कि वे समाज का आईना होती हैं।"
उन्होंने 'चांदनी बार' (2001), 'पेज 3' (2005) और 'ट्रैफिक सिग्नल' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता। उनकी हाल ही में प्रदर्शित फिल्म 'हीरोइन' बॉलीवुड अभिनेत्रियों के जीवन में आने वाले उतार चढ़ावों का खुलासा करती है। फिल्म में मुख्य भूमिका करीना कपूर ने निभाई है।
'हीरोइन' 21 सितम्बर को प्रदर्शित हुई थी और कहा जा रहा है कि यह अब तक 50 करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है।