19 अक्टूबर 2012
मुम्बई। फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' में भाषागत बाधाओं को तोड़ने के श्रीदेवी के प्रयास ने बिहार में दलित लड़कियों को प्रेरित किया है। पटना और आसपास के कस्बों के विभिन्न कालेजों की छात्राओं ने यह फिल्म देखी और अंग्रेजी बोलने की अपनी क्षमता में सुधार लाने के लिए प्रेरित हुईं।
पटना के मुख्य फिल्म प्रदर्शक सुमन सिन्हा ने कहा, "'इंग्लिश विंग्लिश' देखने के बाद सिर्फ घरेलू महिलाएं ही नहीं, बल्कि कालेज जाने वाली अविवाहित लड़कियों को भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने की अपनी क्षमता में कमी के कारण हीनता का बोध हुआ। वे बड़ी संख्या में फिल्म देखने आ रही हैं और अंग्रेजी सुधारने वाली कक्षाओं में शामिल होने का संकल्प लेकर लौट रही हैं।"
इस फिल्म के निर्माता आर. बल्की ऐसी घटनाओं से प्रसन्न हैं।
उन्होंने कहा, "हमारी फिल्म ने दर्शकों के एक वर्ग को अपने भाषा कौशल में सुधार लाने के लिए प्रेरित किया है, यह कमाल है। 'इंग्लिश विंग्लिश' सिर्फ अंग्रेजी सीखने के बारे में नहीं है। यह इस अवधारणा के बारे में है कि मेल-जोल की कमी लोगों की आकांक्षाओं और आगे बढ़ने के उनके सपनों को रोकेगी नहीं।"
इस फिल्म की अभिनेत्री श्रीदेवी ने कहा, "हमारी फिल्म का ऐसा प्रभाव पड़ा यह जानकार और इसकी सफलता से मुझे खुशी हुई। 'इंग्लिश विंग्लिश' की वास्तविक सफलता यही है।"
गौरी शिंदे निर्देशित यह फिल्म अंग्रेजी सीखने की एक घरेलू महिला की जद्दोजहद के बारे में है।