पं. हनुमान मिश्रा
बालीवुड का बादशाह यानी कि किंग खान यानि कि शाहरुख़ ख़ान आज की तारीख में फिल्म जगत की महानम् हस्तियों में से एक हैं। फौजी से शुरू होकर अपनी बादशाहत कायम करना कोई सामान्य बात नहीं बल्कि एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। और यह उपलब्धि शाहरुख़ ख़ान ने हासिल की। इस उपलब्धि के पीछे शाहरुख़ ख़ान की मेहनत का हाथ तो है ही लेकिन भाग्य के प्रबल सहयोग से भी इनकार नहीं किया जा सकता। साधारण सी शक्ल-सूरत वाले इस फौजी ने भी शायद ये नहीं सोचा रहा होगा कि सर्कस में काम करते-करते फिल्मीं बादशाह बन जाएगा। 2 नवम्बर 1965 को दिल्ली में ताज मोहम्मद खान के घर सिंह लग्न में शाहरुख़ ख़ान का जन्म हुआ।
अपने अभिनय की शुरुआत इन्होंने दूरदर्शन के फौजी सीरियल से 1988 में की। उस समय इनकी राहू में शुक्र की दशा थी। राहू इनकी कुण्डली में कर्म स्थान पर स्थित है जबकि शुक्र पंचम भाव अर्थात कला के घर में स्थित है अतः कला इस दशा में कला का कॅरियर शुरू हुआ। कुण्डली में राहू और शुक्र की षड़ाष्टक स्थिति है अतः उस दशा में संहर्ष के बाद सफलताएं मिलीं। 1991 तक इन पर राहू की महादशा का प्रभाव रहा अतः इनकी योग्यता के अनुसार इन्हे पर्याप्त लाभ नहीं हुआ।
1992 की शुरुआत से ही इन पर बृहस्पति ग्रह की महादशा का प्रभाव शुरू हुआ। इनकी कुण्डली में बृहस्पति लाभ भाव में स्थित है। इस दशा का प्रभाव 1992 से 2008 की शुरुआत तक रहा और ये दशा इन्हें लाभ देने वाली रही। 2008 से इन पर शनि ग्रह की महादशा का प्रभाव शुरू हुआ। इनकी कुण्डली में शनि स्वगृही होकर शश नामक महापुरुष राजयोग का निर्माण कर रहा है। अतः यह दशा भी इनके लिए लाभकारी रहेगी। यह तो रही एक स्थूल गणना। सूक्ष्मता में जाएं तो वर्तमान में इनकी शनि की महादशा में बुध का अंतर चल रहा है। यह दशा जनवरी 2011 से शुरू हुई है और पूरे 2012 में इसका प्रभाव रहेगा। यह दशा इन्हे अधिक लाभ नहीं दे पाएगी। इस वर्ष इनकी आने वाली फिल्मों का व्यवसाय औसत रह सकता है यानि कि जितनी उम्मीद हम शाहरुख़ ख़ान से रखते हैं ये उतना नहीं दे पाएंगे। हालांकि गोचर में शनि और गुरू अनुकूल हैं अतः संतोषजनक सफलता अवश्य मिलेगी।
हांलाकि यदि इनकी हाल फिलहाल में आने वाली फ़िल्म "जब तक है जां" को अच्छी सफलता मिलती हुई प्रतीत हो रही है। यह फ़िल्म 13 नवम्बर 2012 को रिलीज हो रही है। उस समय शाहरुख़ ख़ान पर शनि में बुध में राहू की दशा का प्रभाव रहेगा। दशा से सम्बंधित सभी ग्रह केन्द्रों में स्थित हैं जो बडी सफलता का संकेत कर रहे हैं लेकिन दो पाप ग्रहों का प्रभाव सफलता तो बडी दिला सकता है लेकिन जो वास्तविक लोकप्रियता है उसमें चमक लाने में कुछ कमजोरी कर सकता है। जिसका अर्थ कुछ यूं भी लिया जा सकता है कि फ़िल्म को तो बडी सफलता मिल सकती है लेकिन शाहरुख़ ख़ान के द्वारा निभाए गए किरदार को लोग उतना अधिक पसंद न करें जैसा कि उनकी उनके साथ पहले होता आया है। मैं उनकी इस फ़िल्म को रिलीज होने से पहले ज्योतिष के आधार पर पांच में से तीन स्टार तक दे सकता हूं।