19 अक्टूबर 2012
मुम्बई। चीन के शीर्ष फिल्म निर्माताओं में से एक झांग इमो भारतीय सिनेमा खासकर 'थ्री इडियट्स' के मुरीद हैं और वह हॉलीवुड के प्रभाव को कम करने के लिए भारतीय फिल्मकारों के साथ काम करना चाहते हैं।
14वें 'मुम्बई फिल्म महोत्सव' में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड पाने वाले इमो ने कहा, "मैं बहुत हिंदी फिल्में नहीं देख पाता क्योंकि चीनी बाजारों में हॉलीवुड फिल्मों का प्रभुत्व है। मैंने कुछ फिल्में देखी हैं और हाल में आमिर खान की 'थ्री इडियट्स' देखी।"
उन्होंने कहा, "मुझे यह काफी रोचक लगी और मैं भारतीय फिल्म परिदृश्य में एक बदलाव महसूस कर सकता हूं।"
झांग ने 'हीरो', 'हाउस आफ फ्लाइंग डैगर्स', 'द रोड होम' और 'द फ्लावर्स ऑफ वार' जैसी सफल फिल्में बनाई है।
वह अब भारतीय निर्माताओं के साथ फिल्म बनाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, "भारतीय फिल्में काफी रोचक होती हैं। मुझे भारतीय फिल्म निर्माताओं के साथ साझेदारी की सम्भावना नजर आ रही है लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वह किस तरह की पटकथा का प्रस्ताव देते हैं।"
उनका कहना है कि भविष्य में एशियाई सिनेमा को प्रचलित करने और हॉलीवुड को पछाड़ने के लिए भारत और चीन को साझेदारी करनी चाहिए।
दो दशकों के सफल करियर के बाद भी पूर्व सिनेमैटोग्राफर खुद को एक छात्र मानते हैं।
झांग ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि मैं फिल्म निर्माण के क्षेत्र में एक छात्र हूं। मैं लगातार अच्छी फिल्म बनाना सीख रहा हूं। मुझे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया है लेकिन मैं अभी भी सीख रहा हूं और अभी काफी कुछ सीखना है।
झांग के मुताबिक चीन के लोग बॉलीवुड के बारे में काफी कुछ जानते हैं। झांग ने अपने साथी निर्माताओं को खुद पर यकीन रखने की सलाह दी।