9 नवंबर 2012
नई दिल्ली । वीजे से अभिनेता बने आयुष्मान खुराना बॉलीवुड में सफल होने का सपना देखने वाले टेलीविजन कलाकारों को अच्छी फिल्में चुनने की सलाह देते हैं। उन्हें लगता है कि गलत फिल्म से शुरुआत करने पर लम्बे समय तक करियर प्रभावित होता है।
28 वर्षीय आयुष्मान ने कहा, "आजकल टेलीविजन पर आने वाले सभी लोग काफी कुशल होते हैं और उनमें बड़े पर्दे पर सफलता पाने की योग्यता होती है, लेकिन सही फिल्म और सही कहानी चुनने पर ध्यान देना चाहिए।"
आयुष्मान ने फिल्म 'विकी डोनर' से फिल्मों में कदम रखा था जिसकी कहानी बिल्कुल अलग थी।
आयुष्मान का कहना है कि उन्हें कई फिल्मों के प्रस्ताव आ रहे थे। उन्होंने कहा, "लेकिन मैंने अच्छी फिल्म के लिए चार साल का इंतजार किया। मुझे लगता है टेलीविजन कलाकार लोगों की नजर में बहुत कम दिन रहते हैं, लेकिन जब बात फिल्म की हो तो लोग बुरी फिल्में नहीं भूलते। इसलिए अच्छी फिल्मों का चुनाव करना चाहिए।"
आयुष्मान को इस बात की खुशी है कि उन्होंने फिल्म जगत में तब कदम रखा जब यह अपना 100वां साल पूरा कर रहा है।
उन्होंने कहा, "बॉलीवुड अपने स्वर्ण युग में प्रवेश कर रहा है और यहां हर तरह की फिल्में बन रही हैं। 'इंगलिश विंगलिश', 'पान सिंह तोमर', 'विकी डोनर' अच्छी बनीं, इसके अलावा 'दबंग' और 'राउडी राठौर' भी अच्छी फिल्में थी।"
उनके मुताबिक फिल्म जगत ऐसे युग में है जहां यह भाई-भतीजावाद से दूर है और यहां बाहरी लोगों का भी स्वागत किया जा रहा है।
'हमारा बजाज' और 'नौटंकी साला' फिल्म की शूटिंग कर रहे आयुष्मान का कहना है कि वह हमेशा व्यस्त रहे हैं लेकिन फिल्मों की वजह से लोग उनकी इज्जत करने लगे हैं।
चंडीगढ़ में जन्मे आयुष्मान ने अपनी बचपन की दोस्त ताहिरा से शादी की है जो एक लेखिका हैं।