22 नवंबर 2012
पणजी। दक्षिण कोरिया के प्रख्यात फिल्मकार किम की-दुक अभी गोवा में हैं जहां पीएटा सहित उनकी पांच प्रशंसित फिल्में भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिखाई जाएंगी। महान निर्देशक की फिल्मों के विशेष पुनरावलोकन के तहत ये प्रदर्शित की जाएंगी।
किम ने इस साल वेनिस फिल्म महोत्सव में अपनी ताजातरीन फिल्म 'पीएटा' के लिए सर्वोच्च गोल्डन ल़ॉयन पुरस्कार प्राप्त करने सहित कई अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं।
मीडिया के साथ बातचीत में किम ने कहा कि उन्होंने अब तक 18 फिल्मों का निर्माण किया है। उन्होंने इस बात का अफसोस जताया की कोरियाई दर्शक हॉलीवुड की फिल्में ज्यादा पसंद करते हैं जबकि उनकी फिल्में लीक से अलग हट कर होती हैं जिसमें जीवन की त्रासदी दिखाई जाती है। उन्होंने कहा कि बिंब और विचार तथा खबर उनके लिए प्रेरणा के दो अहम स्रोत हैं जिससे वे अपनी ²ष्टि को फिल्मों में ढालते हैं।
किम ने बताया कि तीस के दशक में वे पेरिस गए थे जहां उन्हें रंगमंच का अनुभव मिला। उन्होंने 1996 में एक स्क्रीन प्ले प्रतियोगिता भी जीती और सिनेमा की दुनिया में कदम रखा। जब उनसे कहा गया की उनकी फिल्में विश्व सिनेमा वर्ग में काफी सराही जाती हैं तो कोरिया के इस दिग्गज फिल्मकार ने जवाब दिया कि इससे गुणवत्तापूर्ण विषयों पर उन्हें और अधिक फिल्में बनाने की प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने कहा कि इससे उन्हें प्रायोजक पाने में भी मदद मिलती है। पहली बार भारत की यात्रा पर आए किम ने माना कि चरम पूंजीवाद उनकी कई फिल्मों का विषय रहा है। पीएटा उनकी ऐसी ही एक शानदार फिल्म है जिसका भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2012 में सबको इंतजार है।