10 दिसम्बर 2012
मुम्बई। प्रसिद्ध अभिनेता पंकज कपूर का मानना है कि उनकी पहली निर्देशित फिल्म 'मौसम' की असफलता की वजह इसका अत्यधिक लम्बा होना था और वह इसके सम्पादन पर और काम कर सकते थे। उन्होंने कहा "फिल्म को प्रदर्शित हुए एक साल से ज्यादा हो गया है। एक बात जो मैं महसूस करता हूं, कि हमारे पास फिल्म को दो या तीन महीने बाद प्रदर्शित करने का विकल्प होता, तब हम इसके उद्देश्य को बेहतर ढंग से समझ पाते और हम इसे और अच्छी तरह से सम्पादित करने के योग्य होते।"
पंकज ने कहा, "मुझे लगता है कि फिल्म आज के दर्शकों के मुताबिक 15-20 मिनट ज्यादा लम्बी थी। यह दो चीज है जो मैं बेशक महसूस करता हूं।"
पंकज ने हालांकि, इसकी असफलता को बड़े ही सकारात्मक रूप में लिया था।
पंकज ने कहा, "जहां तक फिल्म की रचनात्मकता की बात है, मैं कहूंगा हमने ईमानदारी से एक अच्छी कहानी को बेहतरीन तरीके से पेश करने की कोशिश की लेकिन यह जरूरी नहीं कि जो आप करें वह हर बार सफल हो और सराही जाए।"
पंकज फिलहाल निर्देशक विशाल भारद्वाज की फिल्म 'मटरू की बिजली का मंडोला' के प्रदर्शन का इंतजार कर रहे हैं जिसमें पंकज की मुख्य भूमिका है।