24 दिसम्बर 2012
मुम्बई। फिल्म निर्देशक सुधीर मिश्रा का कहना है कि उनकी नयी फिल्म 'इंकार' का आइडिया जब उनके दिमाग में आया था तभी से प्रमुख भूमिकाओं के लिए उनके जहन में चित्रांग्दा और अर्जुन रामपाल थे। यह एक सपना था जो साकार हुआ। सुधीर मिश्रा ने एक मुलाकात में कहा 'अर्जुन ऐसा इंसान नहीं दिखता जो किसी को तंग करेगा और चित्रांग्दा ऐसी महिला नहीं लगती जिसके पास और विकल्प न हों। मैंने किसी और के बारे में सोचा ही नहीं और खुशकिस्मती से कभी-कभी सपने सच भी हो जाते हैं।'
सुधीर ने कहा कि उन्होंने यह फिल्म युवाओं को ध्यान में रखकर बनाई है जिन्हें ऑफिस में बदलते परिवेश में काम करना सीखना होता है।
उन्होंने कहा कि युवाओं को यह फिल्म देखकर मालूम चलेगा कि महिलाओं और महिला बॉस से कैसे निबटा जाए। 'इंकार' में ऑफिस में होने वाले यौन शोषण को दर्शाया गया है। इसमें अर्जुन एक विज्ञापन कंपनी के सीईओ और चित्रांग्दा कॉपी राइटर बनी हैं। फिल्म 18 जनवरी को रिलीज होगी।