15 जनवरी 2013
नई दिल्ली। बॉलीवुड कलाकार पंकज कपूर कहते हैं कि उन्होंने मुम्बई में थियेटर शुरू करने की कोशिश की थी लेकिन यहां लोग रंगमंच के बजाए टीवी के पीछे ज्यादा भागते हैं। सालों पहले मुम्बई आकर बसने से पूर्व पंकज दिल्ली में थियेटर से जुड़े रहे थे। उन्होंने कहा, "जब मैंने मुम्बई में थियेटर की शुरुआत की थी, कलाकारों को इसमें रुचि नहीं थी। उनके पास टीवी में अभिनय का मौका था। मैंने सालों तक पूरी लगन से थियेटर में काम किया है। मुम्बई आकर देखा तो लोगों को इसकी कद्र नहीं है, मुझे बहुत दुख हुआ।"
टीवी में कुछ सालों तक काम करने के बाद अब पंकज फिल्मों में व्यस्त हैं और निर्देशन के क्षेत्र में भी आ चुके हैं। थियेटर कलाकारों के लिए अभिनय का गुर बताने के सवाल पर वह कहते हैं, "हर कलाकार को सीखने की प्रक्रिया से गुजरना होता है। प्रसिद्धि के लिए कलाकार को बेसब्र नहीं होना चाहिए।"
पंकज ने हाल ही में प्रदर्शित विशाल भारद्वाज की फिल्म 'मटरू की बिजली का मन्डोला' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।