21 जनवरी 2013
मुम्बई। बॉलीवुड में तीन दशकों का सफर तय कर चुके प्रख्यात अभिनेता अनुपम खेर एक बार फिर से फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने पहली बार 2002 में 'ओम जय जगदीश' फिल्म का निर्देशन किया था।
खेर ने कहा, "मैं निर्देशन करना चाहूंगा, लेकिन फिलहाल एक वर्ष तक मैं किसी फिल्म पर काम नहीं करना चाहता। मैं शत प्रतिशत निर्देशन के बारे में सोच रहा हूं, लेकिन नहीं कह सकता कि कब निर्देशन करूंगा।"
खेर अब तक के अपने सफर से खुश हैं। उन्होंने कहा, "मेरे पास कुछ पटकथाएं पहले से हैं और कुछ अन्य पटकथाएं मुझे मिली हैं, लेकिन एक अभिनेता के तौर पर मेरे पास कुछ अच्छी फिल्में हैं, जिसे मैं करना चाहूंगा। एक अभिनेता के तौर पर मैं जीवन के एक अलग चरण में हूं, लेकिन जब तक कुछ ठोस मेरे पास न हो, मैं निर्देशन के बारे में सोचना नहीं चाहता।"
अनुपम ने 'सारांश', 'कर्मा', 'हम', 'डैडी', 'लमहे', 'दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे', 'मैंने गांधी को नहीं मारा' और 'खोसला का घोसला' जैसी कई अच्छी फिल्मों में काम किया है। वह हाल में एक हॉलीवुड फिल्म 'सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक' से भी जुड़े थे।
अनुपम कहते हैं कि उन्हें काम की नई चुनौतियों को स्वीकार करना पसंद है। वह खुद अपने प्रतिस्पर्धी हैं।
उन्होंने औरों की तरह अपने जीवन पर किताब लिखने के बजाय जिंदगी से सीखे सबक और पाठ पर आधारित किताब 'द बेस्ट थिंग अबाउट यू इज यू' लिखी है।
अनुपम फिलहाल अपनी आनेवाली फिल्म 'स्पेशल छब्बीस' में व्यस्त हैं। नीरज पांडे निर्देशित इस फिल्म में उनके साथ अक्षय कुमार और मनोज वाजपेयी ने भी काम किया है। फिल्म आगामी आठ फरवरी को प्रदर्शित होगी।