1 फरवरी 2013
चेन्नई । अभिनेता-फिल्मकार कमल हासन ने कहा कि उन्हें उनकी फिल्म 'विश्वरूपम' के संदर्भ में सकारात्मक फैसला आने की उम्मीद है इसलिए वह फिलहाल सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा नहीं खटखटाएंगे। हासन ने कहा, "मुझे तमिलनाडु सरकार के साथ अभी भी समझौता होने की उम्मीद है। फिलहाल मैं सर्वोच्च न्यायालय जाने से पहले इंतजार करूंगा।"
मद्रास उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति धर्मा राव की खंडपीठ ने 30 जनवरी को न्यायमूर्ति के. वेंकटरमन द्वारा 29 जनवरी को फिल्म से हटाई गई रोक को अमान्य करार दे देते हुए इस पर फिर से रोक लगा दी है।
इस फिल्म पर आखिरी सुनवाई छह फरवरी को होगी।
95 करोड़ रुपये की लागत में बनाई गई यह फिल्म वास्तव में 25 जनवरी को तमिल और तेलुगू भाषा में प्रदर्शित होने वाली थी लेकिन इसके एक दिन पहले मुस्लिम संस्थाओं द्वारा इस समुदाय को गलत रूप में प्रस्तुत किए जाने की शिकायत किए जाने पर तमिलनाडु सरकार ने इस पर दो सप्ताह तक रोक लगा दी थी।
हासन को विवाद पैदा करने वाले फिल्म के कुछ दृश्य हटाने पर भी सहमत हो गए थे।
उन्होंने कहा, "मेरे मुसलमान भाईयों ने फिल्म के कुछ दृश्यों की तरफ इशारा किया था हमारे बीच इस मसले को सौहर्दपूर्ण तरीके से निबटाने के लिए मैं ये दृश्य हटाने के लिए तैयार हूं।"
हासन ने इस रोक को सांस्कृतिक आतंकवाद करार देते हुए कहा, "कोई भी तटस्थ और देशभक्त मुसलमान मेरी फिल्म को देखकर गर्व महसूस करेगा। यह उस उद्देश्य के लिए बनाई गई है।"
फिल्म के प्रदर्शन पर कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और मलेशिया में रोक लगाई गई है।