19 फरवरी 2013
मुम्बई। महान संगीतकार खय्याम का कहना है कि पाकीजा की जबरदस्त सफलता के बाद उमराव जान का संगीत बनाते समय उन्हें बहुत डर लग रहा था। खय्याम ने सोमवार को अपना 86वां जन्मदिन मनाया। उन्होंने कहा कि पाकीजा और उमराव जान की पृष्भूमि एक जैसी थी। खय्याम ने एक मुलाकात में कहा, "उमराव जान और पाकीजा का विषय लगभग एक ही था। पाकीजा कमाल अमरोही साहब ने बनाई थी, जिसमें मीना कुमारी, अशोक कुमार, राज कुमार थे। इसका संगीत गुलाम मोहम्मद ने दिया था और यह जबरदस्त हिट फिल्म थी। ऐसे में उमराव जान का संगीत बनाते समय मैं बहुत डरा हुआ था।"
उन्होंने कहा कि लोग पाकीजा में सब कुछ देख सुन चुके थे। खय्याम ने कहा कि उमराव जान के बारे में पढ़ने से उन्हें काफी मदद मिली। "फिर मैंने इतिहास पढ़ना शुरू किया, उमराव जान कैसे इतनी बड़ी गायिका बनी, वह गजब की नर्तकी थीं और शायरी भी करती थीं।"
'पाकीजा' 1972 में और मुजफ्फर अली की 'उराव जान' 1981 में रिलीज हुई थी और दोनों का ही संगीत आज भी हिट है। खय्याम 'आखिरी खत', 'कभी कभी', 'नूरी' और 'थोड़ी सी बेवफाई' जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।