21 फरवरी 2013
चेन्नई। तेलुगू फिल्म निर्देशक नंदिनी रेड्डी का मानना है कि फिल्मकार धीरे-धीरे केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) का आसान निशाना बन रहे हैं, जिससे फिल्मों को अंधेरे युग में प्रवेश करने को मजबूर किया जा रहा है।
उनकी अगली तेलुगू फिल्म 'जबरदस्त' शुक्रवार को प्रदर्शित होने वाली थी जिस पर सीबीएफसी ने आपत्ति जताई है।
फिल्म के 'अल्लाह अल्लाह' गाने के बोल को 'हल्ला गुल्ला' में तब्दील किया गया है क्योंकि सीबीएफसी को यह महसूस हुआ कि इससे यह मुस्लिम समुदाय की भावना को आहत कर सकता है।
रेड्डी ने आईएएनएस से कहा, "विश्वरूपम' के विवाद के बाद बोर्ड ने सेंसर के कानून को मजबूत किया है लेकिन मेरी फिल्म में गाने को चिरपरिचित अंदाज में पेश किया गया है। वे 'अल्लाह अल्लाह' के स्थान पर 'हल्ला गुल्ला' रखवाना चाहते थे क्योंकि वे इसमें किसी इस्लामिक संदर्भ को नहीं चाहते।"
नंदिनी के मुताबिक वह कई सालों से हैदराबाद में रहती आई हैं वह कभी मुसलमानों की भावना आहत नहीं करेंगी।
सीबीएफसी को गाने को लेकर क्या आपत्ति थी? जवाब में उन्होंने कहा कि गाने को लेकर नहीं बल्कि इसके दो शब्द पर एतराज था। उस्मानिया विश्वविद्यालय के इस्लामिक अध्ययन के वरिष्ठ प्राध्यापक के मुताबिक 'अल्लाह' शब्द वाले गाने के साथ नृत्य नहीं किया जा सकता।