22 फरवरी 2013
नई दिल्ली। फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह के जीवन पर आधारित फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' का निर्माण कर रहे फिल्मकार राकेश ओम प्रकाश मेहरा के लिए उनका राष्ट्रीय रिकार्ड मुख्य आकर्षण नहीं था। उनके मुताबिक उन्हें उनके न मिटने वाले जुनून ने प्रभावित किया।
उन्होंने आईएएनएस से एक साक्षात्कार में कहा, "यह न तो ऐतिहासिक और न ही आत्मकथा है कि वह यहां जन्मे, पले, बढ़े और शादी की। मुझे जिस चीज ने प्रभावित किया वह उनका न मिटने वाला जुनून था।
उन्होंने कहा, "एक लड़का जो गांव से आता है और 11 साल की उम्र में अनाथ हो जाता है, जिसने अपने भाई-बहन सहित परिवार की हत्या देखी। जिसने 11 साल की उम्र में जान बचाने के लिए चाकू उठाया। जिसने सेना से जुड़ने से पहले तिहाड़ जेल में दिन बिताया।"
राकेश के मुताबिक 'भाग मिल्खा भाग' एक एथलीट के बारे में नहीं बल्कि उसके जुनून और जुनून की व्याख्या है। वह स्वीकारते हैं कि इसका निर्माण उनके लिए चुनौतीपूर्ण रहा है।
क्या फिल्म से लोगों को प्रेरणा मिलेगी। इसके जवाब में उन्होंने कहा, "फिल्में प्रेरणा के लिए नहीं बनाई जाती। यह अच्छी बात होगी अगर यह प्रेरित करती है। आप एक प्रेरणादायी फिल्म कैसे बनाते हैं, मैं नहीं जानता।"
इसमें अभिनेता फरहान अख्तर ने मुख्य भूमिका निभाई है और इसका प्रदर्शन जुलाई में किया जाएगा। मिल्खा सिंह ने एक रुपए लेकर अपनी जिंदगी राकेश के साथ साझा की और उनकी उम्मीद से कहीं ज्यादा उन्हें दिया।
राकेश ने कहा, "वह बेहद दयालु रहे हैं। उन्होंने मुझे दो साल से गोद ले रखा है मैं तब से चंडीगढ़ में रह रहा हूं। मैंने उनके बारे में अच्छे से जाना और उनके जीवन के दुखद पहलू को जाना जिससे उनके अपने पत्नी और बच्चे अनजान हैं।"