1 अप्रैल 2013
मुंबई। अमिताभ बच्चन ने कहा कि भारतीय फिल्म इतिहास में एक ऐसा भी दौर था जब भारतीय समाज कलाकारों को हिकारत भरी नजरों से देखता था, अलबत्ता अब उसी फिल्म उद्योग में संपन्न घरानों के लोग करियर बनाने का सपना देख रहे हैं। इस तरह इन विगत 100 वर्षो में भारतीय सिनेमा ने बहुत लंबा सफर तय किया है।
भारतीय फिल्म उद्योग इस साल अपना 100वां वर्ष पूरा कर रहा है।
अमिताभ बच्चन ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, "इन 100 वर्षो में हमने खासकर समाज के लिहाज से बहुत प्रगति की। पहले समाज फिल्मी कलाकारों को हिकारत से देखता था। अब हम ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां संपन्न घरानों के लोग फिल्म उद्योग का हिस्सा बनना चाहते हैं।"
फिल्म उद्योग के शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में चार फिल्म निर्माताओं-करण जौहर, जोया अख्तर, दिबाकर बनर्जी और अनुराग कश्यप ने एक साथ मिलकर 'बांबे टॉकीज' बनाई है।
यह फिल्म 3 मई को रिलीज होगी। इसमें चार कहानियां हैं, जिन्हें क्रमश: चारों निर्देशकों ने निर्देशित किया है।
अमिताभ बच्चन ने नई पीढ़ी के फिल्म निर्माताओं की उनकी योग्यता, लगन और काम की तारीफ की।