7 अगस्त 2013
मुबंई।
जॉन अब्राहम की आने वाली मूवी 'मद्रास कैफे' पर कुछ तमिल संगठनों ने बैन लगाने की मांग की है। ऐसे में जॉन ने कहा है कि उनकी मूवी में ऐसा कुछ नहीं दिखाया जा रहा है, जिससे किसी को ठेस पहुंचे। जॉन तो इस बात तक के लिए भी तैयार हैं कि रिलीज से पहले फिल्म को बैन करने की मांग करने वालों को इसका प्रिव्यू दिखाया जाए। गौरतलब है, उनकी फिल्म पर आरोप लगाया गया है कि उसमें लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल इलम की गलत तस्वीर दिखाई जा रही है।
जॉन ने कहा, 'हमने फिल्म में किसी को भी टेररिस्ट नहीं कहा है। न ही किसी की तरफदारी की है और जो इसके खिलाफ जा रहे हैं, उनका शक दूर करने के लिए उन्हें हम यह फिल्म अभी दिखा सकते हैं। यह फिल्म पूरी तरह फैक्ट्स पर बेस्ड है और इसमें यूं ही कुछ भी नहीं दिखाया गया है।'
सूत्रों की मानें, तो लिट्टे की तरफ से यह बैन की मांग उठी है और संगठन के सदस्य चाहते हैं कि इस फिल्म की रिलीज से पहले वे इसे देखें भी। हालांकि जॉन भी इसके लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने यह बिल्कुल साफ कर दिया है कि इस तरह की बातें राजनीतिक तौर पर फायदा उठाने के लिए कही जा रही हैं। हालांकि ऐसा कुछ भी नहीं है और फिल्म को पूरी रिसर्च के बाद ही बनाया गया है। यही नहीं, उन्होंने और टीम ने अपना बेस्ट दिखाने की कोशिश की है।
उधर, संगठनों की तरफ से कहा जा रहा है कि अगर फिल्म बिना दिखाए रिलीज की गई, तो इसके खिलाफ प्रदर्शन किए जाएंगे। अब देखते हैं कि फिल्म इस विवाद से निकल पाती है या नहीं!