12 अगस्त 2013
चेन्नई|
थियेटर की दुनिया में कदम रखने जा रहीं दक्षिण की प्रसिद्ध अभिनेत्री मधु का कहना है कि थियेटर और सिनेमा में तुलना नहीं की जा सकती। वह कहती हैं कि एक कलाकार आनंद पाने के लिए थियेटर करता है पैसे के लिए नहीं। अभिनेत्री मधु 15 अगस्त को मुंबई में होने वाले 'द वर्डिक्ट' के मंचीय प्रदर्शन के साथ इस क्षेत्र में कदम रखेंगी।
आईएएनएस से बातचीत में मधु ने कहा, "मैं मानती हूं कि कोई शख्स पैसे कमाने के लिए सबसे बाद में ही थियेटर जाएगा। यह अधिकतर एक कलाकार के प्रदर्शन का आनंद उठाने के लिए किया जाता है। मैं कह चुकी हूं कि परेश रावल और अनुपम खेर जैसे अभिनेता भी थियेटर करने के लिए समय निकालते हैं चूंकि इसे करने में उन्हें मजा आता है।"
आगे उन्होंने कहा, "ये सभी अभिनेता कभी थियेटर नहीं छोड़ सके क्योंकि वे इसके आदी हो चुके हैं। हम सिनेमा और थियेटर की तुलना नहीं कर सकते क्योंकि इनसे जुड़ा अर्थशास्त्र बिल्कुल जुदा है।"
थियेटर के जरिए मधु ने स्वयं को चुनौती देनी चाही।
दिव्या पालत द्वारा निर्देशित 'द वर्डिक्ट' में तनिशा मुखर्जी, दिलिप ताहिल, आदित्य हितकारी और विवान भातेना भी होंगे।
मधु इस बीच फिल्म 'अनथाकु मुंधू आ थारूवाथा' के प्रदर्शन के साथ तेलुगू फिल्म जगत में वापसी की तैयारी में हैं। इसमें मधु मां की भूमिका में हैं।