24 अगस्त 2013
मुंबई|
अभिनेता इरफान देश में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ तंत्र की नाकामी से नाखुश हैं। उनका मानना है कि यह उदासीनता सिर्फ इस तरह के मामलों में वृद्धि ही करेगी।
मुंबई में गुरुवार शाम फोटो पत्रकार के साथ हुए दुष्कर्म के मामले पर इरफान ने कहा, "मुझे लगता है कि दुष्कर्म की घटनाएं और बढ़ेंगी। निर्भया मामले में भी मेरी प्रतिक्रिया मांगी गई थी, लेकिन हमारा तंत्र इस पर जिस तरह से काम कर रहा है, मुझे लगता है कि यह संख्या बढ़ेगी।"
मुंबई में महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन के नजदीक बंद पड़ी एक मिल में एक महिला फोटो पत्रकार के साथ पांच लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। पुलिस ने इस मामले में अब तक दो को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा, "मुंबई अपेक्षाकृत सुरक्षित शहर मानी जाती है। दुष्कर्म की घटनाएं इसलिए बढ़ रही है कि हमारा तंत्र इससे गलत तरीके से निबटता है और आपको सही संकेत नहीं देता।"
इरफान का मानना है कि जब तक महिलाओं को वस्तु माना जाएगा, कोई सकारात्मक बदलाव नहीं आ सकता।
उन्होंने कहा, "सेंसर व्यवस्था यहां मौजूद है, लेकिन किस तरह की व्यवस्था है। किसी चीज को बेचने के लिए महिला का इस्तेमाल एक वस्तु की तरह होता है। इसी तरह हम देखते हैं, इसी तरह हम उन पर प्रतिक्रिया देते हैं। हमारी उत्तर भारतीय संस्कृति पुरुष प्रधान समाज की है, हम अभी भी मानते हैं कि महिलाएं हमारे लिए सुख के साधन हैं या हम उनसे घर के कामकाज कराते हैं।"