4 सितम्बर 2013
मुंबई|
फिल्मकार और अभिनेता सुजॉय घोष को इन दिनों ऋतुपर्णो घोष की कमी बेइंतहा खल रही है। दो दिन पहले ही घोष की आखिरी फिल्म 'सत्यानवेशी' प्रदर्शित हुई है। सुजॉय ने फिल्म में जासूस ब्योमकेश बख्शी का मुख्य किरदार निभाया है। प्रशंसित बांग्ला फिल्मों 'बरीवाली', 'असुख', 'उत्सब', 'शुभो महुरत', 'चोखेर बाली', 'दोसार', 'सोब चरित्रो काल्पोनिक' और 'अबोहोमन' के निर्देशन के लिए पहचाने जाने वाले ऋतुपर्णो अग्नाशय की बीमारी से पीड़ित थे। 30 मई को हृदयाघात से उनकी मौत हो गई थी।
उन्होंने 'सत्यानवेशी' का निर्माण अपनी मौत के ठीक दो दिन पहले पूरा किया था। फिल्म का संपादन और अंतिम चरण सिनेमेटोग्राफर अवीक मुखोपाद्ययाय की देख रेख में पूरा हुआ।
सुजॉय ने ट्विटर पर लिखा, "एक दिन बाद 'सत्यानवेशी' प्रदर्शित हो रही है और इन दिनों मुझे अचानक ऋतुपर्णो की कमी बहुत खल रही है। यह उनकी फिल्म है और उन्हें यहां होना चाहिए था।"
श्री वेंकटेश फिल्म के बैनर तले बनी जासूसी कारनामों पर आधारित फिल्म में बांग्ला अभिनेता अनिंद्या चटर्जी, अर्पिता चटर्जी, सिबाजी बंधोपाद्याय और इंद्रनील सेनगुप्ता ने काम किया है।
हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित राज्य की जनता ने 31 अगस्त को ऋतुपर्णो घोष के 50वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
घोष को कई फिल्मों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया था।