15 नवंबर 2013
मुंबई|
'दबंग' श्रृंखला के साथ बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने वाली अदाकारा सोनाक्षी सिन्हा का कहना है कि वह अपने काम का आनंद उठाती हैं, ऐसा न हो तो वह अभिनय को अलविदा कह दें, क्योंकि स्टारडम उन्हें आकर्षित नहीं करता।
वर्ष 2010 में अभिनय की शुरुआत करने वाली दिग्गज अभिनेता और राजनेता शत्रुघन सिन्हा की 26 वर्षीया बेटी सोनाक्षी अब तक आधे दर्जन से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकी हैं।
सोनाक्षी ने आईएएनएस को बताया, "यह बात बहुत साफ है कि मैं यहां क्यों हूं। क्योंकि मैं जो करती हूं, मुझे वह पसंद है। जिस दिन मैं आनंद उठाना बंद कर दूंगी, मैं इसे छोड़ दूंगी क्योंकि मुझे इसके साथ मिलने वाले स्टारडम या सुविधाओं से लगाव नहीं है, न ही मैं यह प्रसिद्धि के लिए करती हूं।"
अपने करियर में कामयाबी और नाकामयाबी दोनों देख चुकीं सोनाक्षी कहती हैं, "मुझे कोई डर नहीं है। मैंने 'जोकर', 'वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई दोबारा' फिल्मों में अपने हिस्से का काम अच्छी तरह से किया है, इसलिए यह ठीक है।"
वह कहती हैं, "मेरे पास फिल्मों की नाकामायाबी पर बैठ कर रोने का समय नहीं है। यहां तक कि जब मेरी फिल्में सफल होती हैं, तब भी आप मुझे इसका ढिंढ़ोरा पीटते नहीं देखेंगे।"
वास्तव में नाकामयाब फिल्मों के बारे में बुरा न सोचना, सोनाक्षी ने अपने पिता से सीखा है।
सोनाक्षी ने बताया, "मैंने अपने पिता को खराब फिल्मों पर कभी दुखी होते नहीं देखा, इसलिए हो सकता है यह बात वहां से आई हो।"
'दबंग' श्रंखला, 'राउडी राठौर' सोनाक्षी की जबरदस्त सफल फिल्में हैं। सोनाक्षी की आगामी फिल्में प्रभुदेवा की 'आर.राजकुमार' और तिग्मांशु धुलिया की 'बुलेट राजा' हैं।
सोनाक्षी का कहना है कि 'बुलेट राजा' उनकी पहले की फिल्मों से अलग है।
उन्होंने कहा, "हां, यह अलग है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे उनकी (धुलिया की) फिल्में पसंद नहीं। मुझे उनकी सारी फिल्में पसंद हैं। यहां तक कि 'बुलेट राजा' की शूटिंग के दौरान उन्हें फोन भी आया कि वह राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं।"
29 नवंबर को सिनेमाघरों में उतरने जा रही 'बुलेट राजा' में सोनाक्षी, सैफ अली खान के साथ नजर आएंगी।