2 दिसंबर 2013
चेन्नई|
हाल में प्रमुख अभिनेता के रूप में उभरे हास्य कलाकार सुनील वर्मा फिलहाल इस दौर का आनंद ले रहे हैं। वह कहते हैं कि अगर अच्छा मौका मिले तो उन्हें खलनायक की भूमिका से भी गुरेज नहीं। सुनील ने आईएएनएस को बताया, "मेरी हमेशा से चाहत रही कि मैं शीर्ष निर्देशकों की फिल्मों में खलनायक बनूं। मैं हमेशा से फिल्मकार एस.एस. राजामौली का प्रशसंक रहा हूं और उनकी फिल्मों में खलनायक बनने का इच्छुक हूं। मुझे कभी मौका नहीं मिला, लेकिन उनकी फिल्म 'मर्यादा रामना' में प्रमुख भूमिका निभाने का सौभाग्य जरूर मिला।"
'नुव्वू नाकू नछावू' और 'नुव्वू नेनू' सरीखी फिल्मों से बतौर हास्यकार करियर की शुरुआत करने वाले सुनील ने पिछले कुछ वर्षो में 'ताड़का' और 'मिस्टर. पेल्लीकोडुकू' से प्रमुख भूमिकाएं करनी शुरू की।
हालांकि, उन्हें हास्य भूमिकाएं न करना खलता है लेकिन वह अपने करियर से खुश हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे साल में 10 हास्य फिल्में करना याद आता है, लेकिन अब बतौर अभिनेता साल में दो फिल्में करना भी कठिन होता है।"