17 जनवरी 2014
नई दिल्ली|
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रसिद्ध अभिनेत्री सुचित्रा सेन के निधन पर शुक्रवार को शोक संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा कि सुचित्रा ने बेहतरीन अभिनय से लाखों भारतीयों के दिलों में अपनी विशेष जगह बनाई। मनमोहन सिंह ने कहा, "सुचित्रा ने उत्कृष्ट अभिनय से लाखों भारतीयों के दिलों में अपनी विशेष जगह बनाई है। तीन दशक के करियर में उन्होंने बहुमुखी प्रतिभा और विभिन्न प्रस्तुतियों से भारतीय सिनेमा के साथ-साथ बांग्ला सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।"
सुचित्रा ने कोलकाता के एक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार सुबह अंतिम सांस ली। उन्हें रूस में 1963 को 'सात पाके बांधा' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था। यह अवार्ड पाने वाली वह पहली भारतीय कलाकार थीं।
उन्होंने बांग्ला फिल्मों पर दशकों तक राज किया, लेकिन तीन दशक पहले सिनेमा को अलविदा कहने वाली सुचित्रा ने एकांतवास अपना लिया था।
सुचित्रा को 'दीप ज्वले जाइ' और 'उत्तर फाल्गुनी' सरीखी बांग्ला फिल्मों में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। उन्होंने 'देवदास', 'बंबई का बाबू', 'आंधी' और 'ममता' जैसी यादगार हिंदी फिल्में भी की हैं।
सुचित्रा के परिवार में बेटी मुनमुन सेन, नातिन रिया और राइमा सेन हैं। तीनों ने ही करियर के रूप में अभिनय को चुना।