ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल 2019 में होने वाला केतु गोचर इस साल की एक बड़ी ज्योतिषीय घटना होगी। इस ग्रह को केवल एक छाया ग्रह के रूप में जाना जाता है क्यूंकि इसका कोई रूप रंग या आकार नहीं होता है। वैसे तो ज्योतिष शास्त्री इसे एक क्रूर ग्रह के रूप में जानते हैं लेकिन जिस राशि में केतु की स्थिति मजबूत होती है उस राशि को केतु से काफी लाभ भी मिलता है। केतु ग्रह के साल 2019 में गोचर समय की बात करें तो केतु सात मार्च 2019 को रात के 2 बजकर 48 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेगा और 23 सितम्बर 2020 को सुबह 5 बजकर 28 मिनट पर धनु राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। केतु गोचर से सभी बारह राशियों पर पड़ने वाले व्यापक प्रभाव के बारे में जानें।
मेष राशि
- 2019 में आपके नवम भाव में केतु ग्रह का प्रवेश होगा। नवम भाव मुख्य रूप से पिता के साथ संबंध, धार्मिक कार्यों और दर्शन के लिए जिम्मेवार होता है।
- केतु गोचर के दौरान आपको कुछ मुश्किल परस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।
- इसके फलस्वरूप आपको विशेष रूप से बिजनेस के क्षेत्र में निवेश करने से भाड़ी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
- पैसों के लेन देन के मामले में समझदारी से काम लें वर्ना आर्थिक हानि हो सकती है।
- धार्मिक कार्यों के तरफ रूझान होगा।
- परिवार में पिता के साथ मतभेद हो सकता है।
- अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें।
उपाय : केतु गोचर के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए काले तिल का दान करें।
वृष राशि
- आपके आठवें भाव में केतु ग्रह साल 2019 में विराजमान होगा।
- भाव विशेष रूप से दुर्घटना, किसी प्रकार के ख़तरे और आयु को दर्शाता है।
- केतु गोचर के दौरान आपको अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखना होगा।
- इस दौरान खुद का विशेष ध्यान रखें।
- आर्थिक पक्ष प्रभावित हो सकता है, पैसों का निवेश सूझ भूझ के साथ करें।
- धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
- दोस्तों क साथ वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- अपने ग़ुस्से पर काबू रखें।
उपाय : केतु ग्रह के प्रभावों से बचने के लिए तिल का तेल दान करें।
मिथुन राशि
- 2019 में आपके सातवें भाव में केतु ग्रह का प्रवेश होगा।
- सातवां भाव विशेष रूप से जीवनसाथी के साथ संबंध और वैवाहिक जीवन के लिए जिम्मेवार होता है।
- केतु गोचर के दौरान आपको वैवाहिक जीवन में कुछ मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।
- जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- जहाँ दाम्पत्य जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा वहीँ दूसरी तरफ आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और बिजनेस में सफलता प्राप्त होगी।
- बिजनेस पार्टनर के साथ वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
उपाय : केतु ग्रह के हानिकारण प्रभावों से बचने के लिए नियमित रूप से गणेश जी की पूजा अर्चना करें और दूर्वा चढ़ाएं।
कर्क राशि
- साल 2019 में केतु ग्रह आपके छठें भाव में प्रवेश करेगा।
- छठा भाव शत्रु, आर्थिक तंगी और सेहत को दर्शता है।
- केतु गोचर के दौरान आपको अपने कार्यक्षेत्र में कुछ विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।
- सेहत की दृष्टिकोण से भी केतु गोचर के दौरान आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
- आर्थिक स्थिति को काबू में रखने के लिए विशेष रूप से निवेश के मामलों में सावधानी बरतें।
- खान पान पर ख़ास ध्यान दें और नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
उपाय : केतु ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए हनुमान जी का ध्यान करें।
सिंह राशि
- इस साल आपके पंचम भाव में केतु ग्रह विराजमान होंगें।
- आपके लिए केतु गोचर का समय ख़ासा मुश्किलों भरा हो सकता है।
- पांचवां भाव बुद्धि, संतान सुख और शोहरत को दर्शाता है।
- केतु गोचर के दौरान आपका भाग्य आपके साथ नहीं होगा आपको सिर्फ और सिर्फ अपनी मेहनत का ही फल मिलेगा।
- आर्थिक निवेश के मामलों में बेहद सावधानी के साथ काम लें।
- जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- संतान की सेहत के प्रति ख़ास ध्यान दें.
उपाय : केतु ग्रह के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए भैरव देव के मंदिर में काला ध्वज चढ़ाएं।
कन्या राशि
- 2019 में केतु ग्रह आपके चौथे भाव में विराजमान होगा।
- चौथा भाव मुख्य रूप से बेशुमार संपत्ति, घर परिवार और माता के स्वास्थ्य को दर्शता है।
- केतु गोचर के दौरान खासतौर से आपको अपने आर्थिक मामलों को लेकर सजग रहने की जरुरत है।
- कार्यक्षेत्र में रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है।
- परिवार की सुख शान्ति भंग हो सकती और क्लेश की स्थिति उत्पन्न होगी।
- आमदनी कम और खर्चे ज्यादा होंगे।
उपाय : केतु ग्रह के प्रभावों से बचने के लिए खासतौर से नीले रंग के फूल का दान करें।
तुला राशि
- आपके तीसरे भाव में साल 2019 में केतु ग्रह का प्रवेश होगा।
- तीसरा भाव मुख्य रूप से पराक्रम, शौर्य, छोटे भाई बहनों के साथ सम्बन्ध और मित्रता को दर्शता है।
- आपको कार्यक्षेत्र में अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
- व्यक्तित्व का विकास होगा।
- कहीं लंबी यात्रा के लिए जा सकते हैं।
- मानसिक रूप से सबल होंगें।
उपाय : तुला राशि के जातक केतु गोचर के प्रभावों से बचने के लिए केतु बीज मन्त्र का नियमित रूप से जाप करें “ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः”
वृश्चिक राशि
- आपके दूसरे भाव में इस साल केतु ग्रह विराजमान होगा।
- दूसरा भाव आर्थिक स्थिति और शिक्षा के लिए जिम्मेवार होता है।
- आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- कार्यक्षेत्र और बिजनेस में मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।
- वाद विवाद की स्थिति में हिस्सेदारी से बचें।
- पारिवारिक जीवन सुखमय होगा।
- कहीं भी निवेश करने से पहले करीबियों से सलाह मश्वरा जरूर कर लें।
उपाय : केतु गोचर के बुरे प्रभावों से बचने के लिए नीले रंग के फूल का दान करें।
धनु राशि
- आपके पहले भाव में केतु ग्रह का प्रवेश होगा।
- पहला भाव मुख्यतः स्वास्थ्य , स्वभाव, समाज में सामान आदि को दर्शाता है।
- अपनी सेहत को लेकर विशेष रूप से किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरतें।
- आध्यात्म की तरफ रूझान होगा।
- पारिवारिक जीवन में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
- जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
उपाय : केतु गोचर के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए नियमित रूप से महामृत्युंजय मन्त्र का जाप करें।
मकर राशि
- साल 2019 में केतु ग्रह आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेगा।
- बारहवां भाव आर्थिक हानि और निवेश के लिए जिम्मेवार होता है।
- केतु गोचर के दौरान आपको मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।
- फ़िज़ूलखर्ची से बचें और पैसों के लेन देन में सतर्कता बरतें।
- आपको विदेश यात्रा के अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
- अपनी माता के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें।
उपाय : केतु गोचर के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए विभिन्न रंगों के कंबल दान करें।
कुम्भ राशि
- आपके ग्यारहवें भाव में केतु ग्रह का प्रवेश होगा।
- ग्यारहवां भाव आर्थिक लाभ और मंगलकार्यों के लिए जिम्मेवार होता है।
- समाज में मान सम्मान बढ़ेगा और ज्यादा लोगों के साथ संपर्क में आएंगे।
- कार्यक्षेत्र में नए अवसर प्राप्त होंगें और आय में भी वृद्धि होगी।
- बिजनेस के क्षेत्र में भी काफी लाभ होगा।
- छात्रों को पढ़ाई के मामलों में ख़ासा ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
- विशेष सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
उपाय : केतु गोचर के दौरान लहसुनिया रत्न को पहनें।
मीन राशि
- साल 2019 में आपके दशवें भाव में केतु ग्रह विराजमान होगा।
- दशवाँ भाव मुख्य रूप से कर्म भाव को दर्शाता है।
- केतु गोचर के दौरान कार्यक्षेत्र में निराशा हाथ लग सकती है।
- आपका पारिवारिक जीवन अस्त व्यस्त रहेगा।
- परिजन के साथ कम समय व्यतीत करने की वजह से मतभेद की स्थिति उत्पन्न होगी।
- अपनी माता की सेहत का ख़ास ख़याल रखें।
उपाय : केतु गोचर के हानिकारक प्रभवों से बचने के लिए तिल का तेल दान करें।
एस्ट्रोसेज की ओर सभी पाठकों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ!