दुनिया की नामचीन सर्वे कंपनी गैलप के एक सर्वे के मुताबिक भारत में करीब दस फीसदी लोग ही अपनी जॉब से संतुष्ट हैं। अलग अलग कंपनियों ने इस विषय में अपने सर्वे किए हैं। और किसी भी सर्वे में ये आंकड़ा 20 फीसदी से ज्यादा नहीं आया यानी देश में सामान्यत: 80 फीसदी से ज्यादा लोग अपने रोजगार से असंतुष्ट हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि उन्होंने जिस विषय में शैक्षिक योग्यता हासिल की है, उस विषय से जुड़े जॉब में उनका मन नहीं लगता। ओजस सॉफ्टेक प्राइवेट लिमिटेड ने कई वर्षों की रिसर्च के बाद इस समस्या के समाधान की दिशा में अनूठा हल निकाला है कॉग्निएस्ट्रो के रुप में। एनालिटकल साइक्लोजी पर आधारित इस करियर काउंसलिंग रिपोर्ट के जरिए 98 फीसदी तक सटीक बताया जा सकता है कि छात्रों को शिक्षण के दौरान किन विषयों और करियर के रुप में किस प्रोफेशन को चुनना चाहिए ताकि उनका अपने काम में मन लगे।
कॉग्निएस्ट्रो काउसंलिंग रिपोर्ट का आइडिया कैसे आया, और इसकी जरुरत क्या है ? इस विषय पर बताते हुए ओजस के सीईओ पुनीत पांडे कहते हैं,
लंबी रिसर्च के बाद हमने कोग्निएस्ट्रो आर एंड डी लैब में इस समस्या का एक कारगर समाधान निकाला है। इस शोध के जरिये हम किसी भी इंसान के व्यक्तित्व के बारे में जान सकते हैं। इसके लिए हम साइकॉलॉजी के जाने-माने मॉडल रियासेक का प्रयोग कर रहे हैं। इसको प्रभावी बनाने के लिए इसमें साइकॉलॉजी के साथ-साथ ज्योतिष विज्ञान का भी इस्तेमाल किया गया है। अमूमन बिना सही गाइडेंस के स्टुडेंट गलत विषयों का चुनाव कर लेते हैं जिसकी वजह से उनको भविष्य में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। और कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट उन्हें सजग करती है।
कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट तैयार करते वक्त एक तरफ जहां साइक्लोजी के अहम सिद्धांतों का सहारा लिया गया तो दूसरी तरफ ज्योतिष शास्त्र की भी मदद ली गई है।
पुनीत कहते हैं,
काफी समय पहले मैंने लेजेनडरी कार्ल यंग की किताब एनालिटिकल साइकॉलजी का अध्ययन किया था। एनालिटिकल साइकॉलजी में कार्ल यंग ने ज्योतिष का साइकॉलजी में क्या महत्व है इसके बारे में भी बताया था और उनकी इस बात ने मुझे बहुत प्रभावित किया। हमने कॉग्निएस्ट्रो में एस्ट्रोसाइक्लोजी का इस्तेमाल किया। कई साल तक रिसर्च की और हमने देखा कि इसके नतीजा बेहद सटीक हैं। मुझे पूरा यकीन है कि करियर काउंसलिंग के क्षेत्र में इससे क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है। इस के माध्यम से लोग अपने व्यक्तित्व के हिसाब से अपने करियर का चुनाव कर सकते हैं।
गौरतलब है कि साइक्लोजी के महान जानकार कार्लयंग ने एक बार कहा था कि प्राचीन काल में जो मनोवैज्ञानिक ज्ञान प्रचलित था आज ज्योतिष विज्ञान उसे रिप्रजेंट करता है” कोग्निएस्ट्रो का आविष्कार उनकी इसी सिद्धांत पर हुआ है। दरअसल, साइकॉलजी के जरिए हम भविष्य के बारे नहीं जान सकते। यह साइकॉलजी की सीमा है। वहीं ज्योतिष के लिए यह एक एडवांटेज की तरह है। कोग्निएस्ट्रो ज्योतिष और साइकॉलजी का एक सम्मिलित रुप है जो लोगों के करियर को सही दिशा देता है। कॉग्निएस्ट्रो की लैब में काम करने वाले शोधकर्ताओं का दावा है कि बाकी सभी करियर रिपोर्टस से कोग्निएस्ट्रो रिपोर्ट 98% ज्यादा सटीक और उपयोगी है, क्योंकि इसके निर्माण में एस्ट्रोलॉजी और साइकॉलजी के सर्वश्रेष्ठ भागों का इस्तेमाल किया गया है।
पुनीत कहते हैं,
कोग्निएस्ट्रो के द्वारा हमने असंभव को संभव बनाया है। अगर आप अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं तो एक बार कोग्निएस्ट्रो रिपोर्ट को जरुर इस्तेमाल करें। मुझे पूरा भरोसा है कि इसके जरिये आप अपने बच्चे को सही दिशा में अग्रसर कर पाएंगे।