घरों में अजवायन का प्रयोग मसाले के रूप में किया जाता है। चाहे सब्जियों का स्वाद बढ़ाना हो या फिर गर्मागरम कचौडियों का लुफ्त उठाना हो, तो अजवायन की याद आ जाती है। अजवायन का उपयोग न केवल मसाले में बल्कि एक औषधि के रूप में भी किया जाता है। इन सर्दियों के मौसम में सर्द से बचने के लिए अजवायन एक सफल औषधि है।
अजवायन के औषधि गुण
खांसी-जुकाम : खांसी-जुकाम में आधा चम्मच अजवायन, एक लौंग और स्वादनुसार नमक को गुनगुने पानी के साथ ले। खांसी-जुकाम के लिए यह दवा रामबाण इलाज है।
जुकाम से नाक बंद हो जाना : ठंड या बारिश के मौसम में जुकाम के कारण नाक बंद हो जाती है। ऐसे मौसम में यह समस्या एक आम बात है। इससे बचाव के लिए अजवाय को भून कर पीस ले। उसे एक सूती कपड़े में बांधकर इनहेलर बना लें। इसे बच्चों सुघांते रहे इससे निकलने वाली सुगंध नाक को खोलने में मदद करती है।
सीने में कफ जम जाना : आधे कप पानी में आधी चम्मच अजवायन और चुटकी भर हल्दी पाउडर डालकर गैस पर थोड़ी देर खौलाएं। फिर इस घोल को ठंडा कर इसमें एक चम्मच शहद डालकर पीएं। इसके साथ ही गर्म पानी में अजवायन डालकर इसका भाप लें।
पेट दर्द व गैस : दो चम्मच अजावयन और अदरक पाउडर को अच्छी तरह मिलाएं। अब इसमें थोड़ा सा काला नमक डालें। एक कप गर्म पानी के साथ एक चम्मच इस चूर्ण को लें। नियमित लेने पर पेट के सभी विकारों से आराम मिलेगा।
भूख न लगना : अजवायन, सौंफ, अदरक पावडर और नमक को बराबर मात्रा में मिलाकर इसे दिन में तीन बार एक चम्मच देसी घी के साथ खाएं। इसे नियमित रूप से करने से आपकी भूख खुलेगी।
कफ के कारण सांस लेने में परेशानी होना : कफ की वजह से सांस लेने में परेशानी होने पर दो चम्मच अजवायन को अच्छी तरह पीसें। एक ग्लास क्रीम वाले गुनगुने दूध के साथ इसे लेने से राहत मिलेगी।
किडनी या गुर्दे संबंधी समस्या : किडनी या गुर्दे संबंधी समस्याओं से निजात पाने के लिए एक बड़ा चम्मच जीरा और दो चम्मच अजावयन को पीस कर पाउडर बना लें। इसमें थोड़ा सा काला नमक मिलाकर एक चम्मच ब्राउन विनेगर में डाले। प्रत्येक घंटे बाद एक चम्मच इस मिश्रण को लें। दर्द से जल्द ही आराम मिल जाएगा।