भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि अमेरिका इस क्षेत्र में (अफगानिस्तान-पाकिस्तान) भारत की विशेषज्ञता का लाभ लेना चाहता है। उन्होंने कहा कि कपूर वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ अफगानिस्तान-पाकिस्तान नीति और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करेंगे।
सेना प्रमुख का अमेरिकी दौरा उस वक्त शुरू हुआ है जब अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भारत में हैं।
अफगानिस्तान में 20 अगस्त को आम चुनाव होने वाले हैं। वहां शांति पूर्ण चुनाव के लिए अमेरिका भारत से शिक्षा लेना चाहता है। यद्यपि भारत अफगानिस्तान में सैन्य कार्यक्रमों से सीधे तौर पर जुड़ा नहीं है लेकिन युद्ध से तबाह हुए देश के पुनिर्माण कार्यक्रमों में वह महत्वूर्ण भूमिका निभा रहा है।
कपूर अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टॉफ, चीफ ऑफ स्टॉफ सेंट्रल कमांड के कमांडर से मुलाकात करेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।