28 मई 2012
नई दिल्ली। एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल सोमवार को 21वें दिन भी जारी रही, जिस कारण नुकसान बढ़कर 300 करोड़ रुपये हो गया है। एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया, "अबतक लगभग 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसमें टिकटों का रद्द होना, कर्मचारियों का काम न कर पाना एवं बोइंग-777 का अप्रयुक्त बेड़ा शामिल है।"
उन्होंने बताया, "अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की बुकिंग स्थिर हो गई है। आपातकालीन योजना एवं अधिकतर टिकटों को सस्ती श्रेणी में डालने के कारण घरेलू उड़ानों की बुकिंग में इजाफा हुआ है।"
एयर इंडिया ने अंतर्राष्ट्रीय एवं घरेलू बाजार में अपनी हिस्सेदारी बनाए रखने के लिए पिछले हफ्ते बड़ी संख्या में टिकटों को कम कीमत वाली श्रेणी में डालने का निश्चय किया था। एयर इंडिया की अप्रैल में आए आंकड़ों के अनुसार 17.6 फीसदी के साथ बाजार में चौथी बड़ी हिस्सेदारी है।
किराए की नई योजना के अतिरिक्त एयरलाइन कांट छांट कर तैयार की गई एक नई सारिणी को एक जून से लागू करेगी जिसमें सात नियमित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को हटा दिया गया है। इसके तहत सरकारी विमानन कम्पनी प्रतिदिन 45 की जगह 38 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों का संचालन करेगी। यूएई, ओमान, बहरीन, कुवैत, सिंगापुर, थाईलैंड और दक्षेस देशों के लिए उड़ानें नियमित तौर पर जारी रहेंगी लेकिन हांगकांग, ओसाका, सियोल और टोरंटो की उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
वर्तमान में पायलटों की हड़ताल से परेशान एयर इंडिया आपातकालीन योजना के तहत न्यूनतम संख्या में उड़ानों का संचालन कर रही है, जिसमें अमेरिका एवं यूरोप जाने वाले कई उड़ानों को जोड़ दिया गया है।
21 दिन से चल रही हड़ताल के प्रभावों से निपटने के लिए एयर इंडिया बोर्ड की एक बैठक भी हुई जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सेवाओं को सामान्य बनाने के कई उपाय रखे गए थे
आधिकारिकों सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान अन्य एयरलाइंसों से विमानों को वेट लीज पर लेने पर विचार किया गया। एक अधिकारी ने बताया, "कम से कम पांच विमानों को पायलट एवं केबिन क्रू सहित वेट लीज पर लेने का प्रस्ताव रखा गया।"
इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) के 101 पायलट आठ मई से सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर हैं।
Know when the festival of colors, Holi, is being observed in 2020 and read its mythological significance. Find out Holi puja muhurat and rituals to follow.
मकर संक्रांति 2020 में 15 जनवरी को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाएगा। जानें इस त्योहार का धार्मिक महत्व, मान्यताएं और इसे मनाने का तरीका।