पत्रकारिता में पीएचडी और वकालत में एलएलएम समेत तीन मास्टर डिग्री हासिल कर चुके समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार डॉ. संजय लाठर ने उत्तर प्रदेश के माठ विधानसभा उपचुनाव में सपा को मुकाबले में ला कर खड़ा कर दिया है. जाट बाहुल्य इस सीट पर वे इस बिरादरी का पढ़ा लिखा और आधुनिक चेहरा हैं. गांव की जड़ों से गहरे जुड़े लाठर आधुनिक तकनीक का बखूबी इस्तेमाल करते हैं. लेकिन, मतदाताओं की पसंद की अहम वजह उनका मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बेहद करीबी होना है. 15 साल से अखिलेश के साथ रहने वाले लाठर पिछले विधानसभा चुनाव में उनके चुनाव अभियान और यात्राओं के प्रभारी भी रहे हैं. इसी वजह से लोग उन्हें "मिनी सीएम" पुकारने लगे हैं. बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे माठ विधानसभा क्षेत्र के लोगों को उम्मीद है कि संजय लाठर ही इलाके में विकास की बयार ला सकते हैं. 12 जून को होने वाले उपचुनाव का नतीजा 15 जून को आ जाएगा. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट नेता और केंद्रीय मंत्री के अजीत सिंह के पुत्र न रालोद के सांसद जयंत चौधरी के इस्तीफे से यह सीट खाली हुई है. संजय लाठर का मुख्य मुकाबला छह बार विधायक रहे श्याम सुंदर शर्मा से हैं. राष्ट्रीय लोकदल के योगेश नौहवार भी मुकाबले में हैं. जबकि बीजेपी, कांग्रेस और बीएसपी ने यहां से अपना उम्मीदवार ही नहीं उतारा है.
डॉ. संजय लाठर से विकास चौधरी से बातचीत के प्रमुख अंश...
आप को लोग वोट क्यों दें?
माठ विधानसभा क्षेत्र का इलाका पूरी तरह से पिछड़ा है. इस इलाके के साथ विकास के स्तर पर बहुत अन्याय हुआ है. जयंत चौधरी से लोगों को बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन वो चुपचाप इस्तीफा देकर निकल लिए. अखिलेश जी ने मुझ पर विश्वास दिखाया है. मतदाताओं ने मौका दिया तो मैं उनके विश्वास पर खरा उतरुंगा.
आप ने कहा कि यहां विकास नहीं हुआ है, तो क्या आप ने माठ के विकास का कोई खाका तैयार किया है?
क्षेत्र की बुनियादी सुविधाएं तो सुधारी ही जाएंगी. मथुरा को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा. फिलहाल तो मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश जी ने इसके लिए 887 करोड रूपये आवंटित किए हैं. उन्होंने मेरे आग्रह पर माठ में बिजली की समस्या के निदान के लिए 100 करोड़ के बिजली घर बनाने की योजना भी मंजूर कर ली है. इसके अलावा माठ में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की योजना है. इस इलाके में बेरोजगारी भी बहुत है, इसे दूर करने के लिए मैं ठोस प्रयास कर करुंगा.
चुनाव के वक्त युवाओं का वोट पाने के लिए सभी नेता बेरोजगारी दूर करने की बात करते हैं!
समाजवादी पार्टी करने में विश्वास करती है. हमने चुनाव में जो वादे किए थे, उन पर अमल होना शुरु हो गया है. चुनाव जीतने के बाद मेरी योजना नोएडा की तर्ज पर माठ इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी बनाने की है. ताकि यहां पर विकास की फसल लहलहा सके. धार्मिक नगरी होने के नाते मथुरा का अपना खास महत्व है. देशभर के बहुत से लोग यहां बसना चाहते हैं. इसके लिए यहां आवासीय क्षेत्र विकसित किया जाएगा. दिल्ली के करीब होने के नाते इसका व्यावसायिक महत्व भी है. इसलिए यहां इंडस्ट्री की अपार संभावनाए हैं. जब उद्योग धंधे फूले फलेंगे तो लोगों को रोजगार मिलेगा ही और लोगों के घरों में खुशहाली आएगी.
तो इसके लिए किसानों की जमीन अधिग्रहीत की जाएगी.
पहले तो इसके लिए गैर-ऊपजाउ भूमि ली जाएगी. अगर जरूरत हुई तो किसानों को बाजार से छह गुना कीमत दे कर जमीन ली जाएगी. साथ ही किसानों को प्लाट देने के अलावा परिवार के लोगों को रोजगार और बुजुर्गों को पेंशन भी दिया जाएगा. हम जमीन लेते हुए यह ध्यान रखेंगे की किसानों को किसी भी तरह का आर्थिक और सामाजिक नुकसान न हो.
पिछले विधानसभा चुनाव में तो समाजवादी पार्टी को यहां केवल 1058 वोट मिले थे और जमानत जब्त हो गई थी. ऐसे में आप अपनी जीत के प्रति कितने आश्वस्त है?
पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की लहर थी और हमें ऐतिहासिक जीत मिली थी. तब रालोद के सांसद जयंत चौधरी यहां से चुनाव लड़ रहे थे और उन्होंने अपने बारे में यह प्रचारित किया था कि बिना रालोद के सूबे में किसी की सरकार नहीं बनेगी. ऐसे में वे डिप्टी सीएम बनेंगे और इलाके का विकास कराएगे. अब जब सूबे में सपा की सरकार है तो तो लोगों को लगने लगा है कि मैं अगर जीतूंगा तो इलाके का जरूर विकास होगा. मेरी जनसभाओं में जिस तरह से भीड़ उमड़ रही है और जिस तरह से जनसंपर्क के दौरान मुझे समर्थन मिल रहा है, उससे मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि सपा की यहां भारी जीत होने वाली है. दूसरी पार्टियों के लोग भी हमारे समर्थन में जुट रहे हैं.
दूसरी पार्टियों के लोग आप को क्यों समर्थन दे रहे हैं.
दरअसल सबका एक ही एजंडा है उनका विकास. रालोद के दो पूर्व विधायक सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी सपा में शामिल हो चुके हैं. रालोद के अलावा दूसरे दलों और समाज कई नेताओं ने भी हमारी पार्टी ज्वाइन कर ली है. यह सिलसिला लगातार जारी है.
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