15 दिसम्बर 2011
नई दिल्ली। देश में खाद्य महंगाई दर में तीन दिसम्बर को समाप्त हुए सप्ताह में तेज गिरावट दर्ज की गई और यह घटकर 4.35 फीसदी पर आ गई। पिछले करीब चार वर्षो में खाद्य महंगाई की यह सबसे कम दर है। खाद्य महगाई की दर में यह गिरावट प्याज, आलू तथा सब्जियों की कीमत घटने के कारण आई है। यह जानकारी गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में सामने आई है।
खाद्य महंगाई दर में पिछले एक महीने से अधिक समय से गिरावट देखी जा रही है। अक्टूबर में यह दहाई अंकों में थी। नीति-निर्माताओं का कहना है कि इसमें एक माह के भीतर इसे घटकर तीन प्रतिशत से कम हो जाना चाहिए।
खाद्य महंगाई दर में गिरावट से महंगाई से जूझ रहे आम लोगों और पिछले करीब दो वर्षो से इसे नियंत्रित करने की कोशिश में लगे नीति-निर्माताओं को राहत मिली है।
इससे भारतीय रिजर्व बैंक की कड़ी मौद्रिक नीति को बदलने में भी मदद मिलेगी। महंगाई दर नियंत्रित करने के लिए रिजर्व बैंक ने वर्ष 2010 में 13 बार अपनी प्रमुख नीतिगत दरों में वृद्धि की थी।
थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर हालांकि नवम्बर में ऊंची दर्ज की गई। यह 9.11 प्रतिशत रही।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक में 20.12 फीसदी की हिस्सेदारी निभाने वाला प्राथमिक वस्तु सूचकांक घटकर 5.48 फीसदी पर आ गया, जबकि इसके पहले के सप्ताह में यह 6.92 फीसदी था।
ईंधन और बिजली सूचकांक मामूली गिरावट के साथ 15.24 फीसदी रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में कुछ मुख्य उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में वार्षिक उतार-चढ़ाव इस प्रकार हैं :
प्याज : (-) 46.03 फीसदी
सब्जी : (-) 12.28 फीसदी
फल : 9.37 फीसदी
आलू : (-) 33.28 फीसदी
अंडे, मांस, मछली : 9.26 फीसदी
मोटे अनाज : 1.85 फीसदी
चावल : 2.04 फीसदी
गेहूं : (-) 4.43 फीसदी
दाल : 11.76 फीसदी
Know when the festival of colors, Holi, is being observed in 2020 and read its mythological significance. Find out Holi puja muhurat and rituals to follow.
मकर संक्रांति 2020 में 15 जनवरी को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाएगा। जानें इस त्योहार का धार्मिक महत्व, मान्यताएं और इसे मनाने का तरीका।