31 मार्च 2012
चेन्नई | ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की महासचिव व तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने अपनी पुरानी सहयोगी वी.के. शशिकला के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शनिवार को रद्द कर दी लेकिन उन्होंने कहा कि शशिकला के रिश्तेदारों और करीबी सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई जारी बनी रहेगी।
जयललिता ने यहां जारी एक बयान में कहा कि शशिकला ने उन्हें एक पत्र लिखा था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। बाद में शशिकला ने पत्र की विषयवस्तु को बयान के रूप में जारी किया था।
जयललिता ने कहा कि शशिकला के खिलाफ पिछले दिसम्बर में की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई (पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलम्बन) रद्द कर दी गई है।
जयललिता ने हालांकि अपने बयान में कहा है कि एम.नटराजन और शशिकला के अन्य करीबियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी और पार्टी सदस्यों को सलाह दी जाती है कि उनके साथ किसी तरह का सम्पर्क न रखा जाए।
जयललिता का हृदय परिवर्तन तब हुआ है, जब शशिकला ने उन्हें एक पत्र लिखा और बाद में 28 मार्च को यह कहते हुए एक बयान जारी किया कि वह तमिलनाडु की मुख्यमंत्री की सेवा करना चाहती हैं।
शशिकला ने कहा कि उन्होंने जयललिता का भरोसा तोड़ने की बात सपने में भी नहीं सोची थी और यह जानकार उन्हें आघात लगा कि उनके कुछ सम्बंधियों ने जयललिता के दर्जे का दुरुपयोग किया।
शशिकला के अनुसार, बीते दिसम्बर में जब जयललिता ने उनके पारिवारिक सदस्यों को बिना कोई कारण बताए पार्टी की सदस्यता से बर्खास्त कर दिया, तब उन्हें पता चला कि उनके रिश्तेदारों और मित्रों ने जयललिता के साथ उनके सम्बंधों का दुरुपयोग किया।
ज्ञात हो कि जयललिता ने दिसम्बर में शशिकला और कई अन्य को बिना कोई कारण बताए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया था।
उसके बाद शशिकला को जयललिता का आवास छोड़ना पड़ा था, जहां वह वर्ष 1988 से ही रह रही थीं।
जयललिता ने पार्टी सदस्यों को निर्देश दिया कि निकाले गए लोगों के साथ किसी तरह का सम्पर्क न रखा जाए। बाद में पुलिस ने शशिकला के रिश्तेदारों के खिलाफ शिकायतों पर कार्रवाई शुरू कर दी थी।
शशिकला के पति एम. नटराजन और कुछ करीबी रिश्तेदारों को कई आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया।
Know when the festival of colors, Holi, is being observed in 2020 and read its mythological significance. Find out Holi puja muhurat and rituals to follow.
मकर संक्रांति 2020 में 15 जनवरी को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाएगा। जानें इस त्योहार का धार्मिक महत्व, मान्यताएं और इसे मनाने का तरीका।