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राज ठाकरे ने किया चाचा बाला साहेब का समर्थन

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1 जून 2011    

मुम्बई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख, राज ठाकरे ने बुधवार को अपने चाचा बाल ठाकरे का खुल कर समर्थन किया। बाल ठाकरे पर राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने निशाना साधा था।

राज ने यहां मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत में कहा कि अजीत द्वारा मंगलवार को की गई उनके चाचा की आलोचना बिल्कुल अनुचित थी।

राज ने कहा, "यह आलोचना विभिन्न घोटालों में पवार परिवार की संलिप्तता से ध्यान बंटाने के इरादे से की गई है। ये घोटाले लगातार सामने आ रहे हैं। बाल ठाकरे की आलोचना की कोई आवश्यकता नहीं थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की यह गंदी राजनीति है।" राज ने आश्चर्य व्यक्त किया कि आखिर किस बात ने अजीत को बाल ठाकरे पर सार्वजनिक हमला करने के लिए उकसाया।

राकांपा द्वारा दादर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के नाम पर रखने का राग अलापे जाने के संदर्भ में राज ने कहा कि उनकी पार्टी ने महत्वपूर्ण स्थलों का नाम बदले जाने का हमेशा विरोध किया है। राज ने कहा, "मेरा मानना है कि बी.आर. अम्बेडकर के नाम पर राजनीति खेली जा रही है।"

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) प्रमुख रामदास आठवले के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में राज ने कहा, "आठवले बहुत महत्वपूर्ण नहीं हैं।" आठवले की पार्टी ने शिव सेना-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हाथ मिला लिया है।

राज ने कहा, "आठवले क्या कह रहे हैं और उनका क्या मकसद है, मेरी समझ से परे है।" सेना-आरपीआई की नजदीकी के संदर्भ में राज ने कहा कि यह करीबी शायद इसलिए है, क्योंकि आठवले का नया बंगला बांद्रा (पूर्व) में ठाकरे के निवास मातोश्री के करीब तैयार हो रहा है।

आठवले की विश्वसनीयता पर कई सवाल खड़े करते हुए राज ने कहा, "मैं नहीं जानता कि वह बंगला कैसे वहां तैयार हो रहा है, किसने उसके लिए भूमि आवंटित की, यह किसी आरक्षित श्रेणी में है या नहीं, या फिर उसकी लागत कौन वहन कर रहा है, क्योंकि यह हर कोई जानता है कि आठवले के पास कोई रोजगार नहीं है।"

राज का बयान ऐसे समय में आया है, जब अजीत और बाल ठाकरे के बीच दादर रेलवे स्टेशन का नाम बदले जाने के मुद्दे पर तलवारें खिंच गई हैं।

अजीत ने मंगलवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा था कि बाल ठाकरे पूरे जीवन भर मुम्बई के अपने बंगले (मातोश्री) में बैठे रहे और तरह-तरह के बयान जारी कर छत्रपति शिवाजी के नाम पर राजनीति करते रहे। पवार ने पूछा था, "वास्तव में उन्होंने समाज के लिए, जनता के लिए और राज्य के लिए क्या किया?"

उसके बाद ठाकरे ने बुधवार को पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में एक सम्पादकीय में पवार पर पलटवार किया।

 

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