2 जून 2012
कोलकाता। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के बेहतर इस्तेमाल का अभाव है। उन्होंने कहा कि देश में विज्ञान का कद बढ़ाना होगा।
इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन की यहां आयोजित बैठक में मनमोहन सिंह ने कहा, "हम ऐसी स्थानीय क्षमताएं विकसित नहीं कर पाए, जो विकास की समस्याओं को एक विकेंद्रित तरीके से इस ज्ञान के इस्तेमाल के जरिए अर्थपूर्ण तरीके से सुलझा सके।"
विज्ञान का कद बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए सिंह ने कहा, "मैं मानता हूं कि शैक्षिक अधोसंरचना में बड़ा विस्तार, जिसे यह सरकार कर रही है, एक आधुनिक ज्ञान अर्थव्यवस्था और, खासतौर से समाज का मूलभूत ढांचा तैयार करेगा।"
सिंह ने कहा, "मैं आशा करता हूं कि हमारे सभी शिक्षण संस्थान और वैज्ञानिक प्रतिष्ठान देश में विज्ञान का कद बढ़ाने वाले उपयुक्त आयोजनों के साथ अवसर का लाभ उठाएंगे।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमें पर्याप्त मात्रा में योग्य शिक्षक तैयार करने, एक आधुनिक पाठ्यक्रम व शिक्षण तरीके विकसित करने तथा समुचित भौतिक ढांचा खड़ा करने जैसी कई चुनौतियों से उबरना है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन यह भी सच है कि हमने भारतीय विज्ञान की अपनी महत्वाकांक्षा में एक छलांग तो लगाई है।" सिंह ने कहा कि सरकार एक वर्ष के भीतर एक नई वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी नीति तैयार करने की योजना बना रही है।
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