मेष राशि के जातक प्रायः वीर, कुछ क्रोधी और सक्रीय होते हैं। ऐसे लोग आगे बढ़कर कार्य करते हैं और सुरुचीपूर्ण चीज़ों में समय व्यतीत करते हैं। राशिफल 2015 के अनुसार मेष राशि के जातकों के लिए साल 2015 अच्छा कहा जा सकता है। वर्ष का प्रथम भाग पारिवारिक जीवन और घरेलू मामलों पर केन्द्रित रह सकता है, वहीं साल का दूसरा हिस्सा बच्चों और अपने हितों के इर्द-गिर्द घूमेगा। परिवर्तन या किसी नए काम को आरम्भ करने की दृष्टि से यह वर्ष काफ़ी बेहतर है। इस साल करिअर में कुछ बदलाव के भी संकेत दिख रहे हैं।
वृषभ राशि के जातक आत्मनिर्भर होते हैं व उनका ख़ुद पर अच्छा नियंत्रण होता है। वे स्वप्नलोक की सैर में निरत रहते हैं और कला-प्रेमी होते हैं। यदि वे कुछ योजना बनाते हैं, तो उसे वे क्रियान्वित करते हैं। हालाँकि वृषभ राशि के लोगों को बहुत अच्छा श्रोता नहीं कहा जा सकता है। प्रखर मेधा के स्वामी वृषभ के जातक अपने ही नियम-क़ायदों का पालन करते हैं। वर्ष 2015 वृषभ राशि के जातकों के लिए मिला-जुला फल देने वाला है। 2015 राशिफल के मुताबिक़ साल के प्रथमार्ध में धैर्य के साथ शारीरिक तौर पर कठिन परिश्रम करना पड़ सकता है। सफलता के लिए अथक लगन इस साल ज़रूरी है। साल का उत्तरार्ध प्रोपर्टी और चल सम्पत्ति के लिहाज़ से महत्वपूर्ण रहेगा।
मिथुन राशि के जातक अक़्लमंद, हास्य-प्रेमी, सुशील और तेज़ दिमाग़ के होते हैं। इसके अतिरिक्त वे संप्रेषण में निपुण और भाषा पर अच्छी पकड़ रखने वाले होते हैं। राशिफल 2015 के अनुसार इस वर्ष आपको अपने मन पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। यह साल शुरुआत में करिअर के लिए अच्छे मौक़े लेकर आएगा। साल का पहला हिस्सा जीवन-साथी और घर-परिवार के इर्द-गिर्द घूमता रहेगा। वर्ष के दूसरे भाग में यात्रा का योग है। साथ ही आपको कड़ी मेहनत भी करनी पड़ सकती है, जो आपको आर्थिक तौर पर फ़ायदा देगी।
इस साल आपकी सोच बुद्धिमत्ता, अन्तर्दृष्टि, गहराई और कल्पनाशीलता से परिपूर्ण रहेगी। मुमकिन है कि आप कार्य में अधिक लगे रहें। नए विचारों के लिए आप खुला दिमाग़ रखेंगे और ट्रेडिंग व निर्माण के क्षेत्र में काफ़ी तरक़्क़ी करेंगे। यदि आप भौतिक सुख-सुविधा में वृद्धि चाहते हैं, तो आपको हर क़दम सोच-समझ कर उठाने की ज़रूरत है। आपका रुझान न्यायप्रियता और साफ़गोई की ओर रहेगा। साल की शुरुआत आर्थिक लाभ से होने की पूरी संभावना है। साल के आरंभ में बच्चों पर ध्यान केन्द्रित रहेगा। साथ ही करिअर में परिवर्तन के भी योग हैं। दूर-दराज़ की यात्रा भी मुमकिन है।
जंगल के राजा शेर की ही तरह सिंह राशि के जातकों में गर्व का भाव रहता है तथा वे अधिक शक्ति के आकांक्षी होते हैं। वे किसी भी हालात में ख़ुद को ढाल सकते हैं। तेजस्वी स्वभाव से परिपूरण ऐसे जातक अपनी सोच पर पूरा भरोसा रखते हैं और वे अच्छे पाठक होते हैं। यदि कोई चीज़ उन्हें दर्द पहुँचाए, तो वे उसे कभी नहीं भूलते हैं। राशिफल 2015 के मुताबिक़ यह साल कुछ मुश्किलें लेकर आ सकता है। हालाँकि अन्ततः आपको सफलता और क्षतिपुर्ति का लाभ मिलेगा, अगर आप हौसला बनाए रखें तो। ख़र्चों में काफ़ी इज़ाफ़ा हो सकता है, मानसिक अशान्ति आपको परेशान कर सकती है और साल के पहले भाग में बचैनी आपको घेरने की कोशिश करेगी। 2015 के दूसरे भाग में आपके यश में वृद्धि होगी व लंबी दूरी की यात्राएँ भी सम्भव हैं।
कन्या राशि के जातक कभी-कभी रूख़ा रवैया ज़ाहिर कर सकते हैं। जब रुपये-पैसे की बात आती है, तो वे काफ़ी गुणा-भाग करते हैं। कन्या राशि के लोगों की स्मृति तीक्ष्ण होती है तथा संदेह करने का स्वभाव होता है। संगीत, कला, साहित्य आदि में इनकी विशेष दिलचस्पी होती है। 2015 इनके लिए मिले-जुले फल लेकर आएगा। साल के पहले भाग में आप संतति और आर्थिक लाभ के बारे में अधिक ध्यान केन्द्रित करेंगे। वहीं साल के दूसरे भाग में परिवार और चिकित्सा आदि को लेकर काफ़ी ख़र्चा हो सकता है। अतः इस मामले में सावधानी अपेक्षित है।
तुला राशि के जातक दूसरों के कार्यों का बड़ी गहराई से विश्लेषण करते हैं; साथ ही वे ख़ुद को लेकर थोड़ा ज़्यादा सोचते हैं। विश्वास और ईमानदारी उन्हें प्रिय होती है। 2015 में तुला राशि के लोग महत्वाकांक्षा से परिपूर्ण, आदर्शवादी, तेज़ दिमाग़ और आलोचना-प्रिय रहेंगे। मोटे तौर पर यह एक अच्छा साल रहने वाला है। साल के पहले भाग में अधिक एकाग्रता की आवश्यकता होगी और आपको करिअर को लेकर ज़्यादा संजीदगी दिखाने की ज़रूरत पड़ेगी। इस दौरान आप ज़मीन, घरेलू सामान, वाहन आदि भी ख़रीद सकते हैं। साल के उत्तरार्ध में पदोन्नति और आर्थिक लाभ अपेक्षाकृत सरलता से प्राप्त हो सकता है।
वृश्चिक राशि के जातक लेखन-प्रिय, संवेगी व रसिक स्वभाव होते हैं, किन्तु इस वर्ष वे अपनी वृत्तियों पर नियंत्रण भी रखेंगे। इस वर्ष प्राच्य विद्याओं में रुचि गहरा सकती है। हालाँकि लोग उन्हें शुष्क समझ सकते हैं, लेकिन वे प्रतियोगिता-पसंद होते हैं। कभी-कभी संशय की स्थिति आपके समक्ष आ सकती है, लेकिन संयम रखते हुए ग़ुस्से पर क़ाबू करना बेहद ज़रूरी है। साल के पहले हिस्से में परिवार में वृद्धि की भी सम्भावना है। हालाँकि वर्ष का दूसरा हिस्सा करिअर के इर्द-गिर्द घूमेगा। 2015 में जीवन में कोई बड़ा बदलाव भी मुमकिन है।
धनु राशि के जातक सक्रिय, सतत उद्यमी, धार्मिक और दार्शनिक स्वभाव के होते हैं। वे भगवान में विश्वास रखते हैं और ज़मीन से जुड़े होते हैं। कभी-कभी बोलने में सोच का अभाव दूसरों में ग़लतफ़हमी पैदा कर सकता है। आपको ताक़त के ज़रिए नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। साल के पहले भाग में स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है और चिकित्सा से जुड़े मामलों में काफ़ी ख़र्च भी सम्भव है। हालाँकि, वर्ष के दूसरे भाग में बड़ों के आशीर्वाद से परेशानियों में ख़ासी कमी आएगी।
आप धार्मिक, दृढ़ इच्छाशक्ति के मालिक, कलापूरण और मानसिक रूप से मज़बूत हैं। हालाँकि आप दिल के अच्छे हैं लेकिन जिह्वा पर नियंत्रण आपके लिए बहुत आवश्यक है, अन्यथा आप अपना नुक़सान कर बैठेंगे। आपको अपना आत्मविश्वास बनाए रखने की ज़रूरत है। 2015 में आपको मिश्रित फल प्राप्त होगा। साल की शुरुआत में व्यवसाय और धनार्जन पर आपका ज़ोर रहेगा। साल का दूसरा भाग थोड़े कठिन हालात लेकर आ सकता है, ज़रूरत है तो बस धैर्य बनाए रखने की। लम्बी दूरी की यात्राओं का योग भी बन रहा है।
कुम्भ राशि के जातकों में प्रबंधन की अच्छी क्षमता होती है। वे उदारमना और करुण स्वभाव के होते हैं। आप कुछ अन्तर्मुखी हो सकते हैं, लेकिन आपकी स्मृति अद्भुत रहेगी। दर्शन में आपका रुझान बढ़ सकता है। साथ ही इस वर्ष आपको कठिन परिश्रम भी करना पड़ सकता है। साल के पहले भाग में काफ़ी मुक़दमेबाज़ी संभव है, इसलिए सावधान रहें। वर्ष के दूसरे भाग में पारिवारिक मामलों या ज़मीन को लेकर विवाद की स्थिति आसानी से हल हो सकती है - यह बात ध्यान में रखें।
प्रत्येक वस्तु को लेकर आप एक विशेष राय रखते हैं। हालाँकि इस वर्ष आपको अपनी पूर्वनिर्धारित धारणाओं को दरकिनार कर दूसरे की बात ग़ौर से सुनने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। साल के पहले हिस्से में आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जुझना पड़ सकता है; अतः खान-पान में संयम बरतें और नियमित व्यायाम करें। वर्ष के उत्तरार्ध में जीवन-साथी की अधिक मांगें आपको कुछ बेचैन कर सकती हैं। इसलिए तैश में आकर कुछ कह बैठने से अच्छा है कि आप उन्हें शान्त दिमाग़ से समझाएँ।
By Vijay Goel