3 जनवरी, 2011
मास्को। भारत सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में नए वर्ष 2011 के दौरान कुल चार बार सूर्य ग्रहण और दो बार चंद्र ग्रहण देखने को मिलेंगे।
समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार पहला सूर्य ग्रहण चार जनवरी को दिखेगा। यह स्थानीय समयानुसार सुबह 6.40 बजे से शुरू होगा और यूरोप, मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में इसे देखा जा सकेगा।
उत्तरी यूरोप में सूर्य ग्रहण सबसे अधिक दिखाई देगा जहां चंद्रमा सूर्य के 86 फीसदी हिस्से को घेर लेगा।
इसके बाद अगला सूर्य ग्रहण एक जून को दिखेगा। बेरिंग सागर के रूसी कोल्गुयेव के लोग यह ग्रहण देख सकेंगे। इस दौरान चंद्रमा सूर्य के 60 फीसदी हिस्से को ढक लेगा।
इस सूर्य ग्रहण को पूर्वी आर्कटिक, उत्तरी कनाडा, कमचटक प्रायद्वीप और रूस के अन्य हिस्सों में भी देखा जा सकेगा।
भारत सहित मध्य पूर्व, अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप में 15 जून को चंद्र ग्रहण पूरी तरह से दिखेगा। इसके बाद जल्द ही एक और सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा लेकिन इस बार चंद्रमा का सूर्य के मामूली हिस्से पर ही छाया दिखेगी।
अंतिम सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका और उसके सागरों के चारों तरफ ही केवल नजर आएगा। इस दौरान चांद सूर्य के 90.4 फीसदी हिस्सों को घेर लेगा।
पश्चिमोत्तर अमेरिका, आस्ट्रेलिया की तरह पूरे यूरेशिया के लोगों 10 दिसम्बर को दूसरा और साल का अंतिम चंद्र ग्रहण देखेंगे।
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