7 जुलाई 2011
वाशिंगटन। अमेरिकी शोधकर्ताओं ने एक ऐसा नैनो डिटेक्टर इजाद किया है, जो एंथ्रेक्स हमले का 15 मिनट में पता लगा लेगा। एंथ्रेक्स के माध्यम से आतंकवादी किसी स्थान के भोजन और जल संसाधन को दूषित करने का प्रयास करते हैं।
एंथ्रेक्स का दूसरा नाम बाकीलुस एंथ्रासिस है। इसे जानलेवा माइक्रोव के तौर पर जाना जाता है। इसके माध्यम से आतंकवादी भोजन, पानी, हवा में युक्त कणों और यहां तक की सूखे हुए पाउडर को दूषित करके लोगों पर निशाना साधते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बेनी के कॉलेज ऑफ नैनोस्केल साइंस एंड इंजीनियरिंग के नेथेनल कैडी और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी (न्यूयार्क) के उनके सहयोगियों ने एक ऐसा नैनोफेब्रीकेटेड फ्लूइडिक कैर्टिरेज विकसित किया है, जो एंथ्रेक्स का आसानी से पता लगा लेता है।
यह उपकरण सैंपल में मौजूद एंथ्रेक्स डीएनए का पता लगाकर उसमें पाए जाने वाले जानलेवा बेक्टीरिया के 40 माइक्रोस्कोपिक सेल्स की वस्तुस्थिति साफ कर सकता है।
एंथ्रेक्स के हमले में सबसे ज्यादा जरूरी यह होता है कि सैंपल को समय रहते पकड़ लिया जाए क्योंकि बाहर निकलने के साथ यह हवा के साथ घुलकर अपना असर दिखाना शुरू कर देता है।
Know when the festival of colors, Holi, is being observed in 2020 and read its mythological significance. Find out Holi puja muhurat and rituals to follow.
मकर संक्रांति 2020 में 15 जनवरी को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाएगा। जानें इस त्योहार का धार्मिक महत्व, मान्यताएं और इसे मनाने का तरीका।