9 नवंबर 2013
नई दिल्ली|
डच अभिनेत्री सिप्पोरा जौटेवेली ने भारतीय सिने जगत में कदम रखने के लिए फिल्मों के बजाए टीवी को चुना क्योंकि उन्हें लगता है कि हिंदी फिल्मों में विदेशियों की छवि हमेशा सही नहीं दिखाई जाती।
सिप्पोरा ने आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा, "मुझे लगता है कि हिंदी फिल्मों में विदेशियों की जो छवि दिखाई जाती है, वह सही नहीं होती।"
सिप्पोरा ने कहा, "जिस तरह यहां के फिल्मकार अपनी फिल्मों में विदेशियों को दिखाते हैं, वह मुझे पसंद नहीं। विदेशियों को यहां उत्तेजक और बड़बोला दिखाया जाता है। भारतीय समाज की तुलना में नैतिकता के स्तर पर उन्हें बेहद नीचे दिखाया जाता है। लेकिन मेरा परिवार रूढ़िवादी है और हम लगभग भारतीय परिवारों जैसे ही हैं।"
हॉलैंड के छोटे से शहर कुलेमबर्ग की रहने वाली सिप्पोरा को हमेशा से ही कला के क्षेत्र में रुचि थी। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने बॉलीवुड नृत्य शैली सीखना शुरू किया और इसकी कायल हो गईं।
सिप्पोरा हॉलैंड से मुंबई चली आईं और यहां नृत्य प्रशिक्षक सरोज खान के संरक्षण में नृत्य सीखना शुरू किया। विदेशी कलाकारों के लिए भारतीय मनोरंजन जगत में भाषाई कठिनाई हमेशा से रही है। सिप्पोरा भी इससे जूझ रही हैं और हिंदी सीखने के लिए मेहनत कर रही हैं।
उन्होंने कहा, "बोली की समस्या उतनी नहीं है, लेकिन उच्चारण के मामले में थोड़ी दिक्कत होती है। मैं हर किसी के साथ हिंदी में बात करती हूं और अपनी हिंदी बेहतर करने की कोशिश कर रही हूं।"
सिप्पोरा जल्द ही सहारा वन पर अपने पहले हिंदी धारावाहिक 'फिरंगी बहू' में नजर आएंगी, जिसमें वह एक भारतीय परिवार की विदेशी बहू की भूमिका निभाएंगी। धारावाहिक का प्रसारण 11 नवंबर से होगा।
धारावाहिक के अन्य किरदारों में इंदिरा कृष्णन, प्रणोति प्रधान, दीपमाला परमार, दिलीप दरबार, हेतल पुनिवाला, परेश भट्ट और रोहित भारद्वाज शामिल हैं।