17 सितम्बर 2013
मुंबई|
अनुभवी अभिनेता दिलीप कुमार अगले दो दिनों तक अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में रहेंगे। उसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। दिलीप को रविवार शाम दिल का हल्का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, हालांकि अभी उनकी हालत स्थिर है। पिछले साल 90 वर्ष के हो चुके दिलीप मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी करीबी पारिवारिक मित्र उदया तारा नायर ने आईएएनएस को बताया, "उनकी हालत अभी स्थिर है। वह बिल्कुल ठीक हैं, लेकिन उनको अस्पताल से छुट्टी कब मिलेगी यह तय नहीं हुआ है। उनकी उम्र और 1999 में हुई बाईपास सर्जरी को ध्यान में रखते हुए चिकित्सक दो दिनों तक उन्हें निगरानी में रखना चाहते हैं।"
दिलीप को 15 सितंबर की रात अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती किया गया था।
उनकी पत्नी और अभिनेत्री सायरा बानो ने पूर्व में कहा था कि दिलीप बेचैनी महसूस कर रहे थे, इसलिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन बाद में अस्पताल के अधिकारियों ने पुष्टि की, कि बेचैनी दिल के दौरे के कारण थी।
पाकिस्तान के पेशावर में मोहम्मद यूसुफ खान के रूप में जन्मे दिलीप कुमार ने फिल्मों में आने के बाद यह नाम अपनाया था। उन्होंने छह दशकों तक हिंदी सिनेमा जगत को अपना योगदान दिया और 'मधुमती', 'देवदास', 'राम और श्याम' और 'कर्मा' जैसी बेहतरीन फिल्मों में काम किया।
दिलीप को 1991 में पद्मभूषण और 1994 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 1998 में उन्हें पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'निशान-ए-पाकिस्तान' से भी नवाजा गया।