5 जून 2012
कन्नौज। कन्नौज संसदीय सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी(सपा) के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव ने मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। उपचुनाव के लिए 24 जून को मतदान होना है।
डिम्पल ने अपने पति अखिलेश यादव के साथ कन्नौज कलेक्ट्रेट में दोपहर में सपा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया। इस मौके पर सपा के कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
कन्नौज संसदीय सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 6 जून है, लेकिन अभी तक बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरफ से उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है। दोनों ही दलों में असमंजस की स्थिति है। कांग्रेस की तरफ से लगभग साफ है कि वह अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी।
मालूम हो कि यह दूसरा मौका है, जब डिम्पल सपा उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा उपचुनाव में उतरी हैं। इससे पहले 2009 में अखिलेश ने फिरोजाबाद सीट से लोकसभा सदस्यता छोड़ी थी और पार्टी ने यहां से डिम्पल को उम्मीदवार बनाया था। लेकिन डिम्पल को कांग्रेस उम्मीदवार राजबब्बर से पराजित होना पड़ा था।
हालांकि इस बार स्थितियां बदली हुई हैं। हाल के विधानसभा चुनाव में सपा को मिले अपार बहुमत और कन्नौज सीट पर सालों से सपा के वर्चस्व को देखते हुए डिम्पल की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
नामांकन दाखिल करने से पहले एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए डिम्पल ने लोगों से भावुक अपील की। उन्होंने कहा, "कन्नौज से समाजवादियों का बहुत पुराना नाता है। मैं आपकी बहू और बेटी होने के नाते पूरे हक से कह रही हूं कि उपचुनाव की कमान आप अपने हाथों में लें और आचार संहिता का पालन करते हुए भारी मतों से जीत दर्ज कराएं।"
डिम्पल ने कहा, "आपके आग्रह पर ही पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने मुझ्झे उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। मैं यकीन दिलाती हूं कि पूरी ईमानदारी से आपके विकास के लिए काम करूंगी।"
इस मौके पर अखिलेश ने कहा, "आप लोगों ने हमेशा यहां चुनाव में समाजवादियों का साथ दिया है, उन्हें सम्मान दिया है। पहले आपने डॉ. राम मनोहर लोहिया, फिर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और बाद में मुझ्झे भारी मतों से जिताकर लोकसभा भेजा।"
अखिलेश ने कहा, "कन्नौज उपचुनाव पर पूरे देश की नजर होगी। पूरी उम्मीद है कि आप लोग डिम्पल को जिताकर इतिहास रचेंगे और अबतक का सबसे अच्छा परिणाम देंगे।"
Know when the festival of colors, Holi, is being observed in 2020 and read its mythological significance. Find out Holi puja muhurat and rituals to follow.
मकर संक्रांति 2020 में 15 जनवरी को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाएगा। जानें इस त्योहार का धार्मिक महत्व, मान्यताएं और इसे मनाने का तरीका।