14 फरवरी 2013
मुम्बई। फिल्मकार फराह खान का मानना है कि फिल्में उपदेशात्मक नहीं होनी चाहिए, लेकिन इसके साथ ही फिल्मकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी फिल्म किसी तरह का गलत संदेश नहीं दे रही। 48 वर्षीय फराह ने 'स्पेशल रैली बाय पी एंड जी शिक्षा फार स्कूल चिल्ड्रेन' के दौरान मंगलवार को कहा, "कोई भी फिल्म उपदेशात्मक संदेश देने की जगह आपके सामने सही सिद्धांत रखे वो भी बिना उपदेश दिए या बिना इसे एक संदेश के रूप में प्रस्तुत किए। इसलिए, एक फिल्म में यह सुनिश्चित किया जाए कि इसमें महिला को न तो दुखी और न भयावह दिखाया गया हो।"
इस बीच, फिल्म 'दबंग 2' से फिल्म निर्देशन में कदम रखने वाले अरबाज खान के मुताबिक फिल्में पूरी तरह से मनोरंजक होनी चाहिए।
अरबाज ने कहा, "मैं निजी तौर पर मानता हूं कि फिल्में मनोरंजन के लिए होती हैं और अगर आप इसमें खूबसूरती से संदेश जोड़ते हैं तब अच्छी बात है।"
इस अवसर पर अरबाज भी यहां मौजूद थे।