ज्योतिषशास्त्र के अनुसार गुरु गोचर को बेहद अहम् माना जाता है। नौ ग्रहों में बृहस्पति ग्रह को शुभ माना गया है । इस ग्रह को मुख्य रूप से ज्ञान, धर्म और दर्शन का कारक माना जाता है। गुरु ग्रह मीन और धनु राशि का स्वामी होता है और इसे अन्य राशियों के लिए भी शुभ फलदायक माना जाता है । गुरु ग्रह कर्क राशि में उच्च और मकर राशि में निम्न होता है, किसी भी राशि की कुंडली में गुरु ग्रह के बलशाली होने से इसका प्रभाव जातकों के पारिवारिक, सामाजिक और अन्य क्षेत्रों पर विशेष रूप से पड़ता है ।
बृहस्पति ग्रह के गोचर की बात करें तो यह 30 मार्च 2019 को रात 3 बजकर 11 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद 22 अप्रैल 2019 को यह शाम 5 बजकर 55 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा और पुनः 5 नवंबर 2019 को सुबह 6 बजकर 42 मिनट पर धनु राशि में लौट आएगा। आइये आपको बताते हैं कि गुरु के गोचर 2019 का अन्य सभी राशि के लोगों के जीवन पर पड़ने वाला प्रभाव।
मेष राशि
- साल 2019 में बृहस्पति आपकी राशि से नवम भाव में गोचर करेगा।
- बृहस्पति गोचर की वजह से आपको कार्यक्षेत्र में विशेष उपलब्धि मिलेगी ।
- आप हर काम को अत्यंत कुशलतापूर्वक करने में सक्षम होंगें ।
- आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और धनलाभ के अवसर प्राप्त होंगें।
- किसी तीर्थ यात्रा पर परिवार सहित जाने के योग हैं।
- समाज में मान- मर्यादा और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
- आर्थिक पक्ष मजबूत होगा ।
उपाय : इस गोचर के दौरान आप भगवान शिव का रुद्राभिषेक करवाएं ।
वृषभ राशि
- इस साल आपकी राशि से आठवें और ग्यारहवें भाव में बृहस्पति विराजमान होगा ।
- वृषभ राशि के जातकों के जीवन पर इसका नकारात्मक असर देखने को मिल सकता है ।
- अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहें ।
- लेन-देन के मामलों में सतर्कता रखें और किसी भी अनजान व्यक्ति पर विश्वास ना करें ।
- गुरु गोचर के दौरान पैसों से सम्बंधित निवेश करने से जहाँ तक हो सके बचें ।
- पैसों के मामले में विशेष सतर्कता वरतें वरना भाड़ी नुकसान उठाना पड़ सकता है ।
- धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और किसी तीर्थ स्थल पर घूमने जा सकते हैं ।
- किसी भी कार्य को पूरी मेहनत और लगन के साथ पूरी करें, सफलता जरूर मिलेगी ।
उपाय : गुरु गोचर के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए गुरुवार को घी का दान करें ।
मिथुन राशि
- बृहस्पति ग्रह इस साल आपकी राशि से सप्तम भाव में गोचर करेगा।
- मिथुन राशि के जातकों का सप्तम भाव विशेष रूप से वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है ।
- गुरु गोचर की वजह से इस साल आपको अपने जीवनसाथी के साथ कुछ ख़ास पल बिताने के अवसर प्राप्त होंगें ।
- आपका वैवाहिक जीवन काफी आनंदमय बीतेगा ।
- बिजनेस में ख़ासा लाभ प्राप्त हो सकता है और शेयर बाजार में निवेश भी फलदायक साबित होगा ।
- अपनी वाणी की सौम्यता बनाएं रखें अन्यथा आपके लिए विपरीत परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है ।
उपाय : गुरु गोचर के नकारत्मक प्रभावों से बचने के लिए नियमित रूप से अपने घर में कपूर का दिया जलाएं ।
कर्क राशि
- आपके षष्ठम भाव में बृहस्पति विराजमान होंगें ।
- आपके षष्ठम भाव में गुरु की उपस्थिति से स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पडेगा ।
- गुरु गोचर की वजह से स्वास्थ्य हानि हो सकती है ।
- आप मानसिक तनाव से पीड़ित हो सकते हैं, तनाव की स्थिति में विशेष रूप से अपना संयम बनाएं रखें ।
- अपने जीवनसाथी पर बिना वजह शक करने से बचें ।
- कार्यक्षेत्र में उन्नति के अवसर प्राप्त होंगें ।
उपाय : कर्क राशि के जातक गुरुवार को विशेष रूप से केले के वृक्ष की पूजा करना ना भूलें ।
सिंह राशि
- आपके पंचम भाव में साल 2019 में बृहस्पति ग्रह विराजमान होंगे ।
- गुरु गोचर के पंचम भाव में विराजमान होने से स्थिति सुखद बनी रहेगी ।
- सेवा और परोपकार के कार्यों में विशेष भागीदारी होगी ।
- परिवार में किसी नन्हें सदस्य का आगमन होगा ।
- नया घर और नई गाड़ी खरीदने के विशेष अवसर प्राप्त होंगें ।
- बृहस्पति के प्रभाव से जीवन सुखमय होगा और ज्ञान की प्राप्ति होगी ।
उपाय : गुरु गोचर के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए नियमित रूप इसके बीज मंत्र का जाप जरूर करें “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:”।
कन्या राशि
- आपके चतुर्थ भाव में इस साल बृहस्पति विराजमान होगा ।
- गुरु गोचर के चतुर्थ भाव में स्थित होना आपके जीवन में मुसीबतों को आमंत्रण देता है ।
- निजी और पारिवारिक जीवन में ख़ासा उथल पुथल रहेगी ।
- कोई बेहद करीबी व्यक्ति धोखा दे सकता है इसलिए किसी भी काम को करने से पहले थोड़ी सतर्कता जरूर रखें ।
- गुरु गोचर की अवधि के दौरान ख़ास रूप से निवेश करने से बचें और जितना है उतने में ही गुजारा करें ।
- गृहस्थ जीवन सुखमय बीतेगा ।
- अध्यात्म की तरफ रुझान बढ़ेगा।
उपाय : गाय को रोटी खिलाएं और ब्राह्मणों को शक्कर का दान करें ।
तुला राशि
- आपके तृतीया भाव में बृहस्पति की स्थिति बनेगी ।
- तुला राशि के जातकों के तृतीय भाव में बृहस्पति का वास जीवन में मुसीबतें बढ़ा सकती है।
- गुरु गोचर के दौरान कहीं यात्रा का प्रोग्राम बन सकता है ।
- कार्यक्षेत्र में व्यस्तता बनी रहेगी, कार्य के सिलसिले में एक जगह से दूसरे जगह शिफ्ट हो सकते हैं ।
- बिजनेस से जुड़े लोगों को जीवन में ख़ासा रुकावटों का सामना करनी पड़ सकती है ।
- आध्यात्म क्षेत्र में रुचि ज्यादा बढ़ेगी ।
- विपरीत परिस्थितियों में समझदारी और संयम से काम लें ।
उपाय : गुरु गोचर के प्रभावों से बचने के लिए गुरुवार के दिन गाय को रोटी खिलाएं और हल्दी एवं चना दाल का दाल करें ।
वृश्चिक राशि
- आपके दूसरे भाव में साल 2019 में बृहस्पति विराजमान होंगें ।
- वृश्चिक राशि के जातकों का द्वितीय भाव विशेष रूप से आर्थिक स्थिति से सम्बंधित होता है ।
- आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और पैसों से जुड़े सभी मामलों में लाभ मिलेगा ।
- घर परिवार में किसी विशेष मंगल कार्य का समापन होगा ।
- परिवार की तरफ से मुसीबत की स्थिति में ख़ासा सहयोग मिलेगा ।
- वैवाहिक जीवन अच्छा बीतेगा और जीवनसाथी के साथ कहीं घूमने जाने का अवसर मिल सकता है ।
- अपने शत्रुओं से बचकर रहें और विषम स्थितियों में सूझ बूझ से काम लें ।
उपाय : गुरु गोचर के विपरीत प्रभावों से बचने के लिए गुरुवार के दिन विशेष रूप से बृहस्पति बीज मन्त्र का जाप करें ।
धनु राशि
- आपके प्रथम भाव में इस साल बृहस्पति का आगमन होगा।
- धनु राशि के जातकों का प्रथम भाव मुख्य रूप से वैवाहिक जीवन, संतान सुख और लव लाइफ के लिए जिम्मेवार होता है ।
- गुरु गोचर की अवधि के दौरान आर्थिक स्थिति को नुकसान पहुँच सकता है और धन हानि हो सकती है ।
- किसी भी नए काम को शुरू करने से पहले अच्छी तरह से विचार विमर्श जरूर कर लें ।
- अपने क्रोध के ऊपर थोड़ा विराम लगाएं और मानसिक तनाव से खुद को बचा कर रखें ।
- वर्षों से तय लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता मिलेगी ।
- जल्दबाजी में किसी भी चीज का फैसला ना लें ।
उपाय : गुरु गोचर के प्रभावों से बचने के लिए गुरुवार के दिन सोने की अंगूठी में जड़ित पुर्खराज को तर्जनी ऊँगली में धारण करें ।
मकर राशि
- आपके बारहवें भाव में बृहस्पति विराजमान होगा।
- मकर राशि के जातकों का बारहवां भाव विशेष रूप जीवन में आने वाली मुसीबतों के लिए जिम्मेवार होता है।
- गुरु गोचर की वजह से आपको लम्बी यात्रा पर जाने का अवसर प्राप्त हो सकता है।
- आध्यात्म की तरफ विशेष रुचि बढ़ेगी।
- प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में ख़ासा लाभ मिल सकता है.
- आर्थिक पक्ष मजबूत होगा लेकिन व्यर्थ के खर्चों से बचें।
उपाय : गुरु गोचर के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए खासतौर से अपनी जेब में पीला रूमान रखें और केसर का तिलक करें।
कुंभ राशि
- साल 2019 में बृहस्पति आपके पहले भाव में विराजमान होंगें।
- कुम्भ राशि के जातकों का पहला भाव मुख्य रूप से स्वस्थ्य के दृष्टिकोण से जिम्मेवार होता है।
- गुरु गोचर की वजह से लम्बी बीमारी से जूझ रहे लोगों को मुक्ति मिलेगी।
- आर्थिक पक्ष मजबूत होगा और धन प्राप्ति के मार्ग प्रसस्थ होंगें।
- जीवनसाथी के साथ खुशनुमा पल बीता पाने में सक्षम होंगें।
- अपने विचारों के साथ साथ दूसरों की विचारों को भी सम्मान दें।
- इस काल में आपको विशेष रूप से हर क्षेत्र में लाभ की प्राप्ति होगी।
उपाय : गुरु गोचर के प्रभवों से बचने के लिए विशेष रूप से गुरुवार के दिन सुबह के समय पीपल वृक्ष पे जल चढ़ाएं।
मीन राशि
- आपके दशम भाव में बृहस्पति का वास होगा।
- इस राशि के जातकों का दशम भाव कार्यक्षेत्र और पारिवारिक कार्यों के लिए जिम्मेवार होता है।
- गुरु गोचर की वजह से आपको अपने काम के सिलसिले में जगह परिवर्तन करना पड़ सकता है।
- अपने माँ की सेहत का विशेष रुप से ख्याल रखें।
- आपके जीवन में गुरु गोचर के फलस्वरूप अचानक धनलाभ हो सकता है।
- पारिवारिक सदस्यों के साथ अच्छा वक़्त बीतेगा।
उपाय : गुरु गोचर के विपरीत प्रभावों से बचने के लिए अपने घर में बृहस्पति यंत्र की स्थापना करें और उसकी नियमित रूप से पूजा करें।
एस्ट्रोसेज की ओर सभी पाठकों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ!