8 जनवरी 2014
मुंबई|
फिल्मकार करन जौहर का मानना है कि किसी प्रतिभा खोज कार्यक्रम के जज होते हुए वह किसी प्रतिभागी की प्रतिभा पर अपना निर्णय नहीं सुना सकते, जबकि वह खुद वह काम नहीं कर सकते। करन ने कहा, "मैं सिर्फ अपने रचनात्मक विचार ही प्रतिभागियों से साझा कर सकता हूं और उनके प्रस्तुतिकरण के प्रभाव को देखते हुए निर्णय दे सकता हूं।"
करने ने यहां आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "मैं किसी पर निर्णय नहीं सुनाता, बल्कि अपने विचार ही साझा करता हूं। मुझे लगता है निर्णय और निर्णायक जैसे शब्द बेहद कठोर शब्द हैं, जिनका हमें सामना करना पड़ता है। मैं कौन होता हूं किसी नर्तक या गायक के बारे में निर्णय देने वाला जबकि मैं खुद कोई गायक या नर्तक नहीं हूं।"
टीवी रिएलिटी शो 'इंडियाज गॉट टैलेंट' में करन अभिनेत्री किरण खेर और नृत्यांगना मलाइका अरोड़ा खान के साथ शो की निर्णायक मंडली में शामिल हैं। यह कार्यक्रम 11 जनवरी से कलर्स पर प्रसारित होगा।
करन कहते हैं कि 'इंडियाज गॉट टैलेंट' जैसे कार्यक्रमों में पहले से पटकथा नहीं लिखी जाती, यहां अलग अलग संस्कृतियों, पृष्ठभूमियों और उम्र के लोग अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए आते हैं।
करन ने कहा, "यह सब वास्तविक होता है। मुझे कभी भी इस कार्यक्रम में एक पंक्ति भी लिखकर नहीं दी गई। मैं वहां बैठा होता हूं और जो भी मेरे दिल और दिमाग में होता है, वही बोलता हूं। भावनाएं प्रतिभागियों के साथ जुड़ी होती हैं, उन्हें प्रकट करने के लिए पहले से लिखने और याद करने की जरूरत नहीं होती।"