18 फरवरी 2013
मुंबई। फिल्म निर्माता तथा फिक्की फ्रेम्स 2013 के सह-अध्यक्ष करन जौहर ने कहा कि 100 करोड़ रुपये की सीमा ने बालीवुड फिल्मों के विकास को बाधित किया है तथा उनकी विषयवस्तु के विकास को सीमित कर दिया है। करन जौहर ने कहा, "100 करोड़ रुपये की सीमा ने हमारी क्षमताओं को सीमित कर दिया है। हम 100 करोड़ रुपये की फिल्मों में एक शून्य और जोड़कर उसे एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं। संभावनाओं की कोई सीमा नहीं है और हमें अब 1000 करोड़ रुपये की फिल्मों के बारे में सोचना चाहिए।"
करन आगे कहते हैं, "अगले पांच वर्षो में हम इस स्थिति में होंगे.. सुनने में यह बहुत महत्वाकांक्षी लगता है लेकिन इसे हासिल करने की पूरी संभावनाएं हैं।"
बुधवार से शुरू फिक्की के मनोरंजन एवं व्यापार शीर्ष सम्मेलन 'फिक्की फ्रेम्स 2013' के तहत करन सोमवार को मुंबई में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
इस वर्ष के सम्मेलन का थीम 'अ ट्रिस्ट डेस्टिनी : एंगेजिंग अ बिलियन कंज्यूमर्स' है।