21 मार्च 2012
"एकता आनंद फ़िल्म" के बैनर तले बनी फ़िल्म “Life is good” बनकर रिलीज होने के लिए तैयार है। इस फ़िल्म का निर्देशन जाने माने चरित्र अभिनेता और निर्देशक अनंत महादेवन ने किया है। इस फ़िल्म के निर्माता आनंद शुक्ला हैं। यदि फ़िल्म की सफलता के पैमाने की बात की जाय तो किसी फ़िल्म की सफलता में फ़िल्म की कहानी, अभिनय और निर्देशन आदि का बडा महत्व होता है। लेकिन यदि ज्योतिषीय नजरिए से देखा जाय तो फ़िल्म के नाम, फ़िल्म मेकिंग के आरम्भ के समय के मुहूर्त और फ़िल्म के प्रदर्शन के मुहूर्त का भी बहुत महत्व होता है। तो आइए ज्योतिष के नजरिए से देखा जाय कि इस फ़िल्म को किस दर्जे की सफलता मिल पाएगी?
फ़िल्म “Life is good” के नाम का विश्लेषण किया जाय तो इस नाम की शुरुआत अंग्रेजी के अक्षर "एल" से हो रही है। "एल" अक्षर में जबरदस्त और अद्भुत शक्ति छिपी होती है। यह अंक वास्तविकता से जुडाव का संकेत कर रहा है। यह इस बात का भी संकेत है कि फ़िल्म में रचनात्मकता पर्याप्त मात्रा में हो सकती है। यदि इसमें साहित्य अथवा समाज से जुडा कोई मामला या घटना दिखाई जाय तो फ़िल्म की सफलता की सम्भावना और मजबूत होगी लेकिन यदि इस फ़िल्म में किसी परंपरा या बुजुर्गों के खिलाफ दिखाया जाएगा तो यह कार्य सफलता की सम्भावनाओं को कमजोर करने वाला होगा। "एल" अक्षर बेहतर जीवन का आनंद उठाने का संकेतक होता है और जैसा कि फ़िल्म के नाम से भी अंदाजा लग रहा है कि फ़िल्म में इन्हीं से जुडे मामलों पर प्रकाश डाला गया होगा। "एल" अक्षर से शुरुआत होने के कारण फ़िल्म को औसत से ज्यादा सफलता मिलने के संकेत मिल रहे हैं।
यदि कीरो मेथड के अनुसार देखा जाय तो “Life is good” का संयुक्त नामांक 42 होता है जो शुभता का संकेत दे रहा है। यह इस बात का भी संकेत है कि फ़िल्म के प्रदर्शन को लेकर ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पडेगी और फ़िल्म के औसत से ज्यादा सफल होने की अच्छी खासी संभावनाएं हैं। यदि पाइथागोरस विधि के अनुसार देखा जाय तो “Life is good” का संयुक्त नामांक 61 होता है जो इस बात का संकेत कर रहा है कि फ़िल्म के सफल होने के योग हैं लेकिन ऐसा हो सकता है कि फ़िल्म प्रदर्शन के शुरुआती दिनो में औसत रहे। यदि सेफेरिअल के नियमानुसार देखा जाय तो “Life is good” का संयुक्त नामांक 42 होता ही होता है और परिणाम कीरो मेथड के फल के अनुसार ही होगा यानी फ़िल्म के सफल होने के योगायोग हैं। और यदि आधुनिक मतानुसार देखा जाय तो संयुक्त नामांक 56 होता है और उसके अनुसार यह अंक मिश्रित फल देता है। यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि फ़िल्म के कुछ पहलू ऐसे भी हो सकते हैं जिन्हे निर्माता निर्देशक जनता के सामने ठीक से न रख पाएं हो।
कुल मिलाकर नतीजा यही निकल रहा है कि फ़िल्म जनता की अपेक्षाओं पर काफ़ी हद तक खरी उतर सकती है। और औसत से थोडा अधिक ही व्यवसाय कर सकेगी। यह भविष्यकथन और भी स्पष्ट हो सकता था यदि फ़िल्म से जुडे प्रमुख लोगों की जन्म से संबंधित जानकारियां उपलब्ध होतीं। फिर भी फ़िल्म के नाम और शुरुआती अक्षर से इस बात का अंदाजा लग रहा है कि फ़िल्म में जनता के देखने लायक बहुत कुछ होगा। यदि यह फ़िल्म जून के महीने में प्रदर्शित होती है तो सफलता के लिहाज से शुभ रहेगा। 6, 7 अथवा 2 मूलांक वाली तारीखें शुभ रहेंगी अथवा जिस तारीख को तारीख, महीने और वर्ष का योग 6,7,9 या 2 हो वो तारीखें भी फ़िल्म प्रदर्शन के लिए शुभ रहेंगी।
पं. हनुमान मिश्रा