14 जनवरी, 2011
इलाहाबाद। इलाहाबाद में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम तट पर शुक्रवार को मकर संक्रांति के मौके पर पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाने के बाद पूजा-अर्चना करके दान-पुण्य कर रहे हैं।
तड़के चार बजे से ही संगम पर श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का सिलसिला शुरू हो गया। देश के विभिन्न कोनों से श्रद्धालु संगम स्नान के लिए पहुंच रहे हैं।
हिंदू मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति के दिन पवित्र संगम में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसीलिए आज का दिन संगम स्नान की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। लोग डुबकी लगाने के बाद संगम किनारे विभिन्न मंदिरों में भी पूजा-अर्चना और दान-पुण्य कर रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि सुबह चार बजे ही विभिन्न घाटों पर लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं। दो दिनों तक चलने वाले मकर संक्रांति के पहले स्नान पर्व पर लगभग 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।
मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। इलाहाबाद परिक्षेत्र के पुलिस उप-महानिरीक्षक राम कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया कि मकर संक्रांति के दोनों स्नान पर्वो (14-15 जनवरी)के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा प्रांतीय सशस्त्र बल(पीएसी), आतंकवाद निरोधक दस्ता(एटीएस)त्वरित कार्य बल (आरएएफ) और बम निरोधक दस्ते(बीडीएस) की तैनाती की गई है।
संगम तट पर शुक्रवार से विश्वप्रसिद्ध माघ मेले की भी शुरुआत हो रही है।
प्रदेश के दूसरे नगरों में भी मकर संक्रांति के अवसर पर लोग यमुना, गोमती, सई, रामगंगा सहित अन्य नदियों में डुबकी लगाकर मंदिरों में पूजा पाठ कर रहे हैं।
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