27 अगस्त 2013
मुंबई|
'पिंजर', 'राजनीति' और 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' जैसी फिल्मों में अपने किरदारों के लिए प्रशंसा पाने वाले अभिनेता मनोज बाजपेयी का कहना है कि इन वास्तविक किरदारों को निभाने में उन्हें मजा आया। उनका कहना है कि चमक-दमक उनकी प्राथमिकता नहीं है। अपनी आने वाली फिल्म 'सत्याग्रह' में एक राजनेता की भूमिका निभा रहे मनोज ने आईएनएस को बताया, "मुझे वे किरदार करना पसंद है। मुझे वास्तविक किरदार करने में मजा आता है क्योंकि मैं उनसे जुड़ा हुआ हूं। अगर ऐसा नहीं भी है तब भी अच्छा है। मैंने जिस तरह की फिल्में की हैं उन्हें करके मैं आश्वस्त हूं।"
मनोज का कहना है कि 'सिनेमा' में हर तरह की फिल्में शामिल होती हैं और इसका मुख्य लक्ष्य मनोरंजन करना होता है।
उन्होंने कहा, "सिनेमा में हर तरह की फिल्मों की जरूरत होती है। इसकी जिम्मेदारी सिर्फ सामाजिक संदेश पहुंचाने की नहीं है। एक फिल्म में अच्छी कहानी होनी चाहिए और इससे लोगों का मनोरंजन होना चाहिए। दर्शक इसलिए पैसा लगा रहे हैं क्योंकि वे मनोरंजन चाहते हैं.. इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें एक अच्छी कहानी दिखाई जाए।"
मनोज ने बताया कि इस समय वह दो फिल्मों के लिए फिल्मांकन कर रहे हैं। ये फिल्में 2014 में प्रदर्शित होंगी।
उन्होंने कहा, "नीरज पांडे की 'सात उचक्के' तैयार है और इंडमॉल प्रोडक्शन की 'ट्रैफिक' भी अधिकतर पूरी हो चुकी है। दोनों फिल्में अगले साल प्रदर्शित होंगी।"