28 सितम्बर 2013
नई दिल्ली|
फिल्म 'नाइट ऑफ द लिविंग डेड : ओरिजिंस' से अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में कदम रखने वाले अभिनेताओं की कतार में शामिल हो रहे अभिनेता आर. माधवन कहते हैं कि भारतीय अभिनेताओं में कहीं कुछ कमी है, जिस वजह से वे अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में खुद को स्थापित नहीं कर पाते हैं।
माधवन ने 'रंग दे बसंती', 'थ्री इडियट्स' और 'तनु वेड्स मनु' जैसी फिल्मों में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। उन्होंने आईएएनएस को बताया, "अभी हमें काफी लंबी दूरी तय करनी है, तब जाके भारतीय अभिनेता भी अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में व्यापक तौर पर खुद को स्थापित कर सकेंगे।"
बहुभाषी अभिनेता माधवन साइमन वेस्ट की आने वाली अंतर्राष्ट्रीय फिल्म 'नाइट ऑफ द लिविंग डेड : ओरिजिंस' में एक अमेरिकी मरीन अधिकारी की भूमिका में नजर आएंगे।
हॉलीवुड की फिल्मों के बारे में माधवन कहते हैं, "उनका बाजार और उनकी प्रौद्योगिकी हमारे यहां से बिल्कुल भिन्न हैं। मुझे नहीं लगता कि भारतीय फिल्म कलाकार यहां अपना जमा जमाया कारोबार छोड़कर वहां जाकर संघर्ष कर पाएंगे।"
जो भी हो पर हॉलीवुड के अभिनेताओं और कलाकारों में कुछ तो बात है, जिससे माधवन को ईष्र्या होती है।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यदि मैं हॉलीवुड का कलाकार होता और मेरी इतनी ही फिल्में वहां सफल होतीं, जितनी कि यहां हैं तो मुझे एक भी दिन और काम नहीं करना पड़ता। हॉलीवुड में यदि किसी कलाकार की दो फिल्में भी सफल हो जाती हैं तो वह हमेशा के लिए रईस हो जाता है।"
माधवन ने हाल ही में जॉम्बी अवधारणा पर आधारित फिल्म 'नाइट ऑफ द लिविंग डेड : ओरिजिंस' की शूटिंग पूरी की है। उन्होंने कहा, "मेरे लिए यह नई चीजें सीखने का एक बड़ा अवसर था। यह बड़ा ही रोमांचक समय था। शुरू में मैं बेहद घबराया हुआ था क्योंकि यह अपने आप में मेरे लिए पहला अनुभव था।"
माधवन कहते हैं, "मेरे जैसे अभिनेता के लिए तो कुछ भी पर्याप्त नहीं है, जितने मौके मुझे मिल रहे हैं, मैं उनसे कहीं ज्यादा काम करना चाहता हूं।"