30 अक्टूबर 2013
पुणे|
अभिनेता संजय दत्त बुधवार को वापस यरवडा केंद्रीय कारागार पहुंच गए। अधिकारियों ने कहा कि दत्त को मिली चार सप्ताह की चिकित्सा पैरोल समाप्त हो गई है। संजय दत्त (54) पुणे में उच्च सुरक्षा वाले इस कारागार में 42 महीने की अपनी शेष सजा काट रहे हैं। एक अक्टूबर को वह एक पखवाड़े के लिए चिकित्सा पैरोल पर जेल से बाहर आए थे।
अधिकारियों ने कहा कि उनकी जरूरत को देखते हुए बाद में उनकी पैरोल अवधि 15 दिन बढ़ा दी गई थी, जो मंगलवार को पूरी हो गई।
अभिनेता संजय दत्त को 12 मार्च 1993 मुंबई श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में प्रयोग किए गए शस्त्र और हथियारों की एक खेप अपने पास रखने के मामले में पांच साल जेल की सजा सुनाई गई है।
दत्त ने बुधवार को वापस जेल जाने से ठीक पहले मुंबई में पत्रकारों से कहा, "मैं आप सभी के सहयोग और समर्थन के लिए आभारी हूं। मेरी तरफ से सभी को दीवाली की शुभकामनाएं।"
पैरोल पर उनके बाहर आने के समय से ही मीडिया में अफवाहें उड़ रही थीं कि उनकी सजा की अवधि कम हो सकती है या उन्हें क्षमादान मिल सकता है।
हालांकि बीते शुक्रवार राज्य के गृह मंत्री आर. आर. पाटिल ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि इस संबंध में उन्हें केंद्र से किसी तरह का आदेश नहीं मिला है।
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई ने क्षमादान या सजा की अवधि कम करने के लिए किसी भी तरह के प्रस्ताव का विरोध किया है। पार्टी का कहना है कि इससे समाज में गलत संदेश जाएगा और दूसरे अपराधी भी क्षमादान याचिका का गलत उपयोग कर सकते हैं।